लखनऊ : चंद पैसों के लिए कैसे सुरक्षा को ताक पर रखा जा रहा है यह देखना हो तो राज्य के किसी भी बस अड्डे चले जाइये. यहां राज्य के किसी भी कोने में चंद रुपयों में कोई भी व्यक्ति कुछ भी समान भेज सकता है. ऐसा ही हाल लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल से जाने वाली परिवहन निगम की बसों का है. जहां दावे किये जाते हैं कि बिना जांच कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सकता है. ईटीवी भारत ने ये जानने की कोशिश की है कि क्या बस से बिना जांच करवाएं कोई भी सामान दूसरे जिले में भेजा जा सकता है?
ईटीवी भारत ने आलमबाग अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल (alambagh international bus terminal) से अयोध्या जाने वाली बस जिसका नम्बर UP42AT5423 उसके ड्राइवर से एक बॉक्स को पहुंचाने की बात की. ड्राइवर ने एक झटके में बस के अंदर आने की बात कही. बॉक्स को ड्राइविंग सीट के पास रखने को बोलकर कंडक्टर से मिलने के लिए कह दिया. ईटीवी भारत ने जब कंडक्टर से पूछा कि अयोध्या तक पार्सल पहुंच जाएगा तो उसने 100 रुपये लगने की बात कही. अपना नंबर देते हुए बोला कि चुल्लू की दुकान पर ले लेना.
ईटीवी भारत की अयोध्या टीम को ठीक 3 घंटे बाद कंडक्टर की बताई हुई दुकान में पार्सल मिल गया. यानी कि अयोध्या जैसे संवेदनशील जिले में किसी भी संदिग्ध वस्तु को आसानी से पहुंचाया जा सकता है. परिवहन विभाग के कंडक्टर व ड्राइवर ने महज 100 रुपये में बिना जांच किये पार्सल को अयोध्या पहुंचा दिया. वहीं आलमबाग अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल से आजमगढ़ जाने वाली गाजीपुर डिपो UP65 FT 0557 के ड्राइवर के पास ईटीवी भारत एक पानी की बोतल को पैक कर पहुंचा. ड्राइवर से पूछा गया कि क्या ये आजमगढ़ पहुंच जाएगा. बिना समान की जानकारी लिए जवाब मिला 100 रुपये दो, 8:30 बजे पहुंच जाएगा. वहां आजमगढ़ में ठीक 8:30 बजे गाजीपुर डिपो पर पार्सल पहुंच गया.