लखनऊ : यूपी में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार घट रही है. अब एक हजार के नीचे मरीज आ रहे हैं. शनिवार को 24 घंटे में 800 के करीब नए मरीज पाए गए. वहीं, पांच लोगों की जान चली गई. वहीं, दूसरी तरफ पूर्व मंत्री अहमद हसन की हालत गंभीर बनी हुई है. वह कई दिन से भर्ती हैं.
शुक्रवार को 24 घंटे में एक लाख 60 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 844 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 1647 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 25 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमीक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.95 फीसदी पर आ गई.
- अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज 17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. ये महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले थे. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं.घटकर 8 हजार हुए एक्टिव केस राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 8,683 हजार रह गए हैं. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.इसे भी पढ़ेंः फरवरी में पीक पर होगी कोरोना की तीसरी लहर, अप्रैल में तेजी से घटेंगे केस : IIT Kanpurवहीं, दूसरी ओर केजीएमयू में मरीजों की भर्ती में आसानी होगी. अब वैक्सीन की डबल डोज लगवाने वाले मरीजों को कोरोना रिपोर्ट लाना आवश्यक नहीं होगा. पूर्व मंत्री अहमद हसन की तबीयत खराब हो गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगे मरीजों को ओपीडी में देखा जा रहा है. ओपीडी में कोरोना टेस्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. अब मरीजों को भर्ती में भी राहत दी गई है. केजीएमयू की ओपीडी में रोजाना 2 हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं. कोरोना का प्रकोप कम होने पर दूसरी बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अभी तक भर्ती और ऑपरेशन के मरीजों को कोरोना की नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखाने के बाद ही इलाज मुहैया कराया जाता है. लिहाजा अब कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. मरीज और तीमारदारों को सिर्फ वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाण-पत्र दिखाना होगा. इसके बाद मरीज का इलाज शुरू कर दिया जाएगा. ऑपरेशन के लिए जांच जरूरी नहीं, मतदान केंद्र पर व्हील चेयर मिलेगीकेजीएमयू में ऑपरेशन से पहले अभी तक कोरोना जांच कराई जाती थी. अब उसमें भी मरीजों को राहत दी गई है. वहीं,राजधानी में तीसरे चरण के मतदान की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक मतदान केंद्रों पर द्विव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था करेगा. लखनऊ में 1590 मतदान केंद्र हैं. -पूर्व मंत्री अहमद हसन लोहिया में भर्तीयूपी विधान परिषद में विरोधी दल के नेता और पूर्व मंत्री अहमद हसन की हालत गंभीर बनी हुई है. उनका इलाज लोहिया संस्थान के क्रिटिकल केयर यूनिट में चल रहा है. पांच दिन पहले उन्हें लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया था. ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप