लखनऊ: यूथ कांग्रेस और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया यानी एनएसयूआई के आने वाले दिनों में अपने-अपने प्रदेश अध्यक्ष होंगे. साथ ही कांग्रेस पार्टी में जोनल अध्यक्ष की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने इसके लिए सुझाव मांगे थे और वह इस पर जल्द ही मुहर भी लगाएंगी. प्रियंका की मुहर लगते ही कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की तरह एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस का अपना-अपना प्रदेश अध्यक्ष होगा.
प्रदेश में एक होगा अध्यक्ष
वर्तमान में यूथ कांग्रेस के 3 जोनल अध्यक्ष हैं. ईस्ट जोन के अध्यक्ष नीरज त्रिपाठी, मध्य जोन के अध्यक्ष दीपांकर सिंह जबकि पश्चिम जोन के अध्यक्ष ओमवीर यादव हैं. वहीं अब पूर्वी, पश्चिमी और मध्य जोन के अलग-अलग अध्यक्ष न होकर प्रदेश भर का एक ही अध्यक्ष होगा. अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया भी खत्म कर दी जाएगी. यूथ कांग्रेस की ही तरह विभिन्न जोन में बंटी एनएसयूआई का भी एक ही प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा. वर्ष 2012 से पहले की व्यवस्था को अब इन दोनों संगठनों पर लागू कर दिया जाएगा.
मनोनयन व्यवस्था की होगी शुरुआत
वर्ष 2012 में इन संगठनों में चुनाव की प्रक्रिया से अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी चुने जाने लगे थे. इस व्यवस्था को खत्म करने के पीछे का तर्क यही है कि इससे कांग्रेसियों में सामंजस्य खत्म हो रहा था. जो पहले सहयोगी के तौर पर काम करते थे, चुनाव होने लगे तो वे एक दूसरे के विरोधी होने लगे थे. इससे पार्टी प्रभावित हो रही थी, ऐसे में निर्वाचन की व्यवस्था खत्म कर मनोनयन की व्यवस्था फिर से शुरू की जाएगी.