गोंडा: जिले में सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बालपुर, नहवा परसौरा तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरांव का औचक निरीक्षण किया. सीडीओ को निरीक्षण में तीनों प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गंदगी तथा झाड़ियां उगी हुई मिलीं और मेडिकल अफसर ड्यूटी से नदारद मिले. नाराज मुख्य विकास अधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के आदेश दिया है.
पीएचसी बालपुर में मेडिकल अफसर डॉ. आकांक्षा फरवरी माह से मेडिकल अवकाश पर बताई गईं. सीडीओ ने इसे गम्भीरता से लेते हुए सीएमओ को आदेश दिया कि मेडिकल बोर्ड गठित डॉ. आकांक्षा के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाय.
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नगवा में सिर्फ फार्मासिस्ट उपस्थित मिला. नाराज सीडीओ ने सम्बन्धित फार्मासिस्ट के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया. वहां पर निरीक्षण के दौरान पता चला कि डॉक्टर लम्बी छुट्टी पर है. सीडीओ ने जांच कर कार्रवाई के आदेश सीएमओ को दिए.
नहवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भवन बेहद जर्जर स्थिति में पाया गया. बरांव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण करने पर अस्पताल में काफी गंदगी पाई गई. शौचालय, पेयजल की व्यवस्था बेहद खराब पाई गई.
अधिकारियों के साथ बैठक करते सीडीओ ये भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: जनता ने खोली आगरा छावनी विधानसभा विधायक के विकास के दावों की पोल
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने का निर्देश दिया. साथ ही 15 दिनों के अन्दर स्वास्थ्य केन्द्रों की सफाई सुनिश्चित करने को कहा. सीडीओ ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो पीएचसी परिसर में झांड़ियों आदि को कटवाकर साफ कराएं. साथ ही जर्जर भवनों की मरम्मत क्षेत्र पंचायत के माध्यम से कराने का निर्देश दिया.
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