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लखनऊ वाले पी रहे दूषित पानी, 100 से ज्यादा लोग बीमार, जानिये क्यो बोले जिम्मेदार

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Published : Jul 13, 2022, 8:38 PM IST

राजधानी का पॉश इलाका कहे जाने वाले अलीगंज में गंदे पानी की आपूर्ति के चलते 100 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गये. शहर के दर्जनों इलाकों में लोग गंदे और दूषित पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. हालत यह है कि कई जगहों पर तो पानी में बदबू आ रही है.

दूषित पानी
दूषित पानी

लखनऊ : राजधानी का पॉश इलाका कहे जाने वाले अलीगंज में गंदे पानी की आपूर्ति के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गये. काफी मशक्कत के बाद नगर निगम यहां लोगों के घरों में साफ पानी मुहैया करा पाया. यह लखनऊ का एकमात्र इलाका नहीं है जहां लोग दूषित पानी के चलते परेशान हैं. शहर के दर्जनों इलाकों में लोग गंदे और दूषित पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. हालत यह है कि कई जगहों पर तो पानी में बदबू आ रही है. शहर के कई इलाकों में फैली हुई जलापूर्ति की पाइप लाइनें लीक कर रही हैं.

जलकल की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्जर पाइप लाइन के चलते रोजाना करीब 100 एमएलडी से ज्यादा पानी बर्बाद हो रहा है. पुराने लखनऊ समेत शहर के कई इलाकों में गलियां इतनी सकरी हैं कि पाइप लाइन को नाली के अंदर से निकाला गया है. जिसके चलते घरों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है. फैजुल्लागंज जैसे इलाके हर साल इस तरह की समस्या से जूझते हैं, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकल पाया है.


महात्मा गांधी वार्ड के पार्षद अमित चौधरी ने बताया कि उनके क्षेत्र में अंग्रेजों के जमाने की पाइप लाइन बिछी हुई है. बार-बार लीकेज की शिकायतें सामने आती हैं. बरफखाना, जय नारायण कॉलोनी, केशव नगर, स्नेही नगर, ताड़ीखाना, नायक नगर, गायत्री नगर में जर्जर पाइप लाइन से लोग परेशान हैं. जोनल अफसर से लेकर मेयर तक से कई बार शिकायत हुई, लेकिन पाइप लाइन नहीं बदली. इसी तरह की समस्या लखनऊ के मेहंदीगंज, भवानीगंज जैसे इलाकों में भी सामने आ रही है. यहां के पार्षद संतोष राय ने बताया कि नियमित पानी की आपूर्ति ना हो पाने के कारण लोग परेशान हैं. इसको लेकर उनकी तरफ से बुधवार को नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को शिकायत भी की गई है.


15 से 20 प्रतिशत पानी हो रहा बर्बाद :जलकल के जीएम राम कैलाश के मुताबिक, शहर में रोजाना 725 एमएलडी पानी की सप्लाई दी जाती है. इसमें से करीब 15 से 20 प्रतिशत पानी जर्जर पाइप लाइन की लीकेज के चलते बर्बाद हो रहा है. दावा है कि सर्वे करके जर्जर पाइप लाइन को खोजा रहा है. यही नहीं शहर के दर्जनों ऐसे मुहल्ले हैं जहां आज तक पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई है. इनमें बालागंज वार्ड, कन्हैया माधवपुर द्वितीय और हैदरगंज द्वितीय वार्ड, फैजुल्लागंज, अयोध्यादास प्रथम, द्वितीय, कदम रसूल वार्ड, लाला लाजपत नगर, भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड, जानकीपुरम प्रथम, द्वितीय, शंकरपुरवा प्रथम और द्वितीय वार्ड, शहीद भगत सिंह वार्ड, चिनहट वार्ड, केसरीखेड़ा वार्ड, आलमनगर वार्ड, हैदरगंज द्वितीय और तृतीय वार्ड समेत अन्य शामिल हैं.


जिम्मेदारों का पक्ष :महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि पूरे लखनऊ में जर्जर पाइप लाइन को बदलने का काम किया गया है. करीब 304 प्वाइंट की लाइन बदली भी जा चुकी है, लेकिन जन अभाव की कमी के कारण कई जगहों पर अभियान आगे नहीं बढ़ पाया है. जलकल के जीएम राम कैलाश के मुताबिक जर्जर पाइप लाइन को लेकर लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. जहां जहां से शिकायतें आई हैं वहां सुधार कार्य कराया गया है.

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इन घटनाओं से परेशान हैं लखनऊ वाले

2022 : अलीगंज के फतेहपुर इलाके में दूषित पानी की आपूर्ति के चलते 100 से ज्यादा लोगों के डायरिया से पीड़ित होने की शिकायत सामने आई.

2021 : लखनऊ के बालू अड्डा इलाके से दूषित पानी की आपूर्ति के चलते दो बच्चों की मौत और कई अन्य के बीमार होने की शिकायत सामने आई थी.

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