लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूर्व आश्रम का जन्मदिन रविवार को मनाया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब अजय कुमार बिष्ट हुआ करते थे, तब उन्होंने अपना अंतिम संस्कार करके नाथ संप्रदाय की दीक्षा ली थी महंत गुरु अवैध नाथ को अपना गुरु मानते हुए उन्होंने संन्यास आश्रम का व्रत लिया और खुद को राष्ट्र और समाज के प्रति अर्पित कर दिया. मुख्यमंत्री योगी होने के नाते अब औपचारिक तौर पर अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं, लेकिन उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री को बधाई देने की शुरुआत कर दी है. शहर में जगह-जगह योगी आदित्यनाथ के पूर्व आश्रम के जन्मदिन के अवसर पर बधाइयों के होर्डिंग लग गए हैं.
5 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में ही होंगे. जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यक्रम होगा. आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में हुआ था. इनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है जो कि गोरखपुर पहुंचकर योगी आदित्यनाथ बन गए. 26 साल की उम्र में संसद पहुंचने वाले योगी आदित्यनाथ 45 साल की उम्र में यूपी के मुख्यमंत्री बने थे.
गढ़वाल विश्वविद्यालय से की पढ़ाई : आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. इनका जन्म उत्तराखंड के सामान्य राजपूत परिवार में हुआ. पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है. इन्होंने सन् 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की और 1992 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की पढ़ाई पूरी की.
अजय से योगी तक का सफर :योगी आदित्यनाथ छात्र जीवन में ही राम मंदिर आंदोलन से जुड़ गए थे. 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के दौरान ही उनकी मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ से हुई थी. इसके बाद योगी आदित्यनाथ अपने माता-पिता को बिना बताए गोरखपुर पहुंच गए और संन्यासी बनने का निर्णय लिया. महंत अवैद्यनाथ ने अजय सिंह बिष्ट को शिक्षा दी और उन्हें योगी आदित्यनाथ बना दिया.