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प्रमुख सचिव ने कहा, यूपी में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार पॉलिसी को बना रही सरल

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) में शनिवार को डॉ. कलाम के जन्म दिवस के अवसर पर इनोवेशन डे का आयोजन किया गया. इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के इन्नोवेशन सेंटर के तहत स्टार्टअप क्षेत्र में काम करने वाले मेंटर को बुलाकर यूनिवर्सिटी की फैकल्टी और स्टूडेंट का एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया.

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Published : Oct 15, 2022, 7:46 PM IST

लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) में शनिवार को डॉ. कलाम के जन्म दिवस के अवसर पर इनोवेशन डे का आयोजन किया गया. इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के इन्नोवेशन सेंटर के तहत स्टार्टअप क्षेत्र में काम करने वाले मेंटर को बुलाकर यूनिवर्सिटी की फैकल्टी और स्टूडेंट का एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्राविधिक शिक्षा के प्रमुख सचिव सुभाष चंद शर्मा, एकेटीयू वीसी पीके मिश्रा सहित यूनिवर्सिटी के कई अधिकारी मौजूद रहे. इनोवेशन डे के अवसर पर प्रदेश सरकार की ओर से सभी इंजीनियरिंग कॉलेज, आईटीआई व पॉलिटेक्निक संस्थाओं में इनोवेशन डे का आयोजन किया गया था.

प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि यूपी में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार अपनी पॉलिसी में लगातार बदलाव कर उसे बहुत ही सरल बनाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में स्टार्टअप को लेकर एक बेहतर माहौल बना है. प्रमुख सचिव ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि स्टार्टअप केवल इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के ही स्टूडेंट करें. स्टार्टअप कहीं से भी कोई भी शुरू कर सकता है. बस उसके आइडिया को बेहतर तरह से उभारने की जरूरत है. इसके लिए एकेटीयू के साथ-साथ आईटीआई व पॉलिटेक्निक में भी इनोवेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं. जहां पर किसी भी तरह के स्टार्टअप आइडिया को किस तरह से बेहतर किया जा सके इस पर काम होगा. साथ ही उनके लिए फंड व मार्केटिंग किस तरह से की जाए इसके लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है.

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन डे का आयोजन

वीसी प्रो. पीके मिश्रा ने बताया कि आविष्कार इन्वेंशन ऑफ इनोवेशन में एक बहुत ही बारीक सा फर्क है. आज इनोवेशन का दौर है, जिसके माध्यम से रोज नई-नई चीजें स्टार्टअप के तौर पर सामने आ रही हैं. एक छोटे से आइडिया को किस तरह से एक बड़े उद्योग में बदला जाए. आज उस पर काम करने की जरूरत है. एक रिसर्च के अनुसार, देश में जितने भी स्टार्टअप शुरू होते हैं उनमें से करीब 50 से 70 फ़ीसदी स्टार्टअप पहले ही साल में दम तोड़ देते हैं. क्योंकि उनके पीछे बेहतर प्लानिंग, टीम वर्क, मार्केटिंग व फंड जैसी चीजों का सही तालमेल नहीं होता है. उन्होंने बताया कि इसी तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी अपने सभी इनक्यूबेटर सेंटर्स में काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह यूनिवर्सिटी के लिए बहुत गर्व की बात है कि प्रदेश सरकार के स्टार्टअप प्रोग्राम में टॉप 10 प्रोग्राम यूनिवर्सिटी और उसके संबद्ध कॉलेजों के बने इनक्यूबेटर सेंटर में चल रहे हैं.

डॉ. कलाम के जन्म दिवस के अवसर पर इनोवेशन डे का आयोजन

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सिद्धार्थ नगर से आए ग्राम प्रधान दिलीप कुमार त्रिपाठी, मिरेकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कामिनी सिंह सहित आधा दर्जन मेंटर्स ने अपने स्टार्टअप से जुड़े अनुभव को फैकेल्टी फॉर स्टूडेंट से साझा किये.


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