लखनऊ : उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों के 1850 से अधिक शहरों के बीच इंडियन स्वच्छता लीग (Indian cleanliness league) की शुरुआत की जा रही है. गार्बेज फ्री सिटी के मूलमंत्र के साथ शुरू हो रही इस लीग के अंत में स्वच्छ शहरों के नाम घोषित किए जाएंगे. इस प्रतिस्पर्धा में जन आंदोलन के जरिए लोगों को जोड़कर स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसको लेकर यूपी के शहरों ने तैयारी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश के 377 नगर निकाय इसमें शामिल होने जा रहे हैं.
केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (Clean India Mission) शहरी के आठ वर्ष हो जाने पर आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी की तरफ से बीते दिनों स्वच्छ अमृत महोत्सव (clean nectar festival) के आरंभ होने की आधिकारिक घोषणा की गई थी. यह महोत्सव 15 दिन चलेगा, जिसके अंतर्गत अनेक गतिविधियां सेवा दिवस 17 सितम्बर से शुरू हो जाएंगी. दो अक्टूबर को स्वच्छता दिवस पूरा हो जायेगा. इन 15 दिनों में नागरिकों को जोड़ा जायेगा तथा ‘कचरा मुक्त शहर’ बनाने की परिकल्पना के प्रति संकल्प को आगे बढ़ाया जायेगा.
यह एक अतंर-नगरीय प्रतिस्पर्धा है, जिनमें विभिन्न शहरों के युवा 17 सितंबर, 2022 को हिस्सा लेंगे. इस पहली प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने के लिये देशभर के 1850 शहरी दलों ने आधिकारिक रूप से पंजीकरण करवाया है. लीग में हिस्सा लेने वाली हर टीम कचरा मुक्त समुद्र तट, पहाड़ और पर्यटन स्थल के मद्देनजर प्रतिस्पर्धा करने के लिये अपनी खुद की अभिनव स्वच्छता पहल करेगी.