लखनऊः डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (Dr. APJ Abdul Kalam Technical University) लखनऊ में बुधवार को कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में बैठक की गई. इस बैठक में परीक्षा समिति ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. छात्र और उनके अभिभावकों को अपनी प्रतिक्रिया देने के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर लगी. अब छात्र पठन-पाठन एवं परीक्षा से संबंधित अपना फीडबैक विश्वविद्यालय को दे सकेंगे. छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए फीस जमा करने के लिए यूपीआई के प्रयोग को भी हरी झंडी दे दी गई.
फीडबैक से होगा फायदाःविश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय लखनऊ से प्रदेश के करीब साढ़े सात सौ से ज्यादा संस्थान संबद्ध हैं, जहां काफी संख्या में छात्र पढ़ाई करते हैं. ऐसे में छात्रों को अपनी बात कहने के लिए अब विश्वविद्यालय ने सुविधा प्रदान की है. छात्र अपने लॉग इन पर दिए गए फॉर्म को भरकर पठन-पाठन एवं परीक्षा से संबंधित अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे. इससे न केवल विश्वविद्यालय के छात्रों की समस्याओं का पता चलेगा, बल्कि उसे दूर करने में भी सहूलियत मिलेगी. इससे कॉलेजों की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा.
फीस जमा करने में मिली सुविधाःअभी तक छात्र विश्वविद्यालय में परीक्षा संबंधित कार्यों के लिए जमा होने वाली फीस को ई-बैंकिंग या चालान के जरिये जमा किया जाता था. इससे कई बार छात्रों को काफी समस्या होती थी. कई बार वो सर्वर नहीं चलने पर समय से फीस भी जमा नहीं कर पाते. ऐसे में समिति ने छात्रों की सुविधा को देखते हुए फीस जमा करने के लिए यूपीआई का प्रयोग करने को भी सहमति दे दी. अब छात्र ई-बैंकिंग और चालान के साथ-साथ यूपीआई से भी भुगतान कर सकेंगे.
सिर्फ अपना रिजल्ट देख सकेंगे छात्रःबैठक मेंपरीक्षा समिति ने परीक्षा परिणाम गोपनीय रखने का निर्णय लिया है. अब कोई भी किसी का परीक्षा परिणाम नहीं देख सकेगा. सिर्फ संबंधित छात्र और संस्थान अपने छात्रों का रिजल्ट देख सकेंगे. इससे न केवल पारदर्शिता आएगी बल्कि संस्थानों के बीच रिजल्ट के जरिये नंबर वन साबित करने की होड़ पर भी लगाम लगेगी.