लखनऊ:उत्तर प्रदेश में किए गए मनमानें स्थानांतरण का खुलासा अब हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग से सारी जानकारी उपलब्ध काराए जाने के लिए कहा था. उसके बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक राजा गणपति आर ने सभी 29 चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
निदेशक राजा गणपति आर ने कहा कि जल्द ही सभी चिकित्सा अधिकारी अपना स्पष्टीकरण दें. अब स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पत्र लिखने के बाद जांच का बड़ा खुलासा हो रहा है. एसीएस अमित मोहन का झूठ अब सामने आ गया है. इसके साथ ही यह भी पता चल गया है कि स्वास्थ्य विभाग में तबादले नियम अनुसार नहीं हुए हैं. वहीं, आंतरिक जांच में पाया गया कि बड़े पैमाने पर ट्रांसफर में गड़बड़ी हुई है. दिव्यांगों का भी नियमों के खिलाफ तबादला कर दिया गया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 22 जिलों के सीएमओ को नोटिस भेजा है.
जांच में सामने आया है कि स्थानांतरण प्रक्रिया में एक बड़ा घोटाला हुआ है. इसमें दो तरह की गड़बड़ियां किए जाने का जिक्र किया गया है. जिलों से अधिकारियों ने पीएमएस संवर्ग में न आने वाले आयुष और दंत चिकित्सकों की गलत जानकारी देकर उनका भी स्थानांतरण करा दिया. जबकि, यहां से उनका तबादला हो ही नहीं सकता. वहीं, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों की सूचना लेवल वन के चिकित्सकों के रूप में देकर उनका स्थानांतरण करा दिया. जबकि, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों का ट्रांसफर शासन स्तर से किया जाता है. महानिदेशालय स्तर से नहीं हो सकता. मनमाने ढंग से तबादला करने के लिए 29 चिकित्सा अधिकारियों को नोटिस दिया गया है.