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स्कूल में पेड़ गिरने से घायल बच्ची इलाज को मोहताज

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Published : Oct 15, 2022, 2:43 PM IST

लखनऊ के निगोहां प्राथमिक विद्यालय में पेड़ गिरने (falling tree in Lucknow Nigohan Primary School) से 9 साल की बच्ची घायल होने के बाद इलाज के लिए दर-दर भटक रही है. कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया है.

etv bharat
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लखनऊ: जिले के निगोहां प्राथमिक विद्यालय में पेड़ गिरने से घायल बच्ची के इलाज की जिम्मेदारी कोई भी नहीं ले रहा है. एक अक्टूबर को स्कूल में पेड़ गिरने से हुए हादसे में बच्ची घायल हुई थी.

निगोहां प्राथमिक विद्यालय (Lucknow Nigohan Primary School) में 9 साल की संध्या पेड़ के नीचे दबकर घायल हो गई थी. घायल बच्ची के परिजनों ने इलाज के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है. बच्ची अभी निजी अस्पताल में भर्ती है. डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची को इतनी गंभीर चोटें आई हैं कि वह अपने परिजनों तक को पहचान नहीं पा रही है. परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह निजी अस्पताल का खर्च उठाने में असमर्थ हैं.

निगोहा के उतरांवा गौस नगर निवासी बच्ची के मामा कैलाश ने बताया कि 1 अक्टूबर को उतरांवा के प्राथमिक विद्यालय में अचानक पेड़ गिर (Lucknow Nigohan Primary School accident) गया था. जिसमें उनकी भांजी संध्या बुरी तरह घायल हो गई थी. इसके बाद स्कूल के टीचरों ने ट्रॉमा सेंटर में बच्ची को भर्ती कराया था. चार दिन बाद ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने घर ले जाने की सलाह देकर भेज दिया. एक सप्ताह बाद मासूम की हालत बिगड़ने पर निगोहा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां परिजन मासूम के इलाज का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं. एबीएसए मनीष सिंह ने बताया कि मासूम को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इसके साथ ही संभव मदद भी की गई थी. निजी अस्पताल में बच्ची भर्ती है इसकी जानकारी नहीं थी.

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टीचरों ने पांच हजार देकर झाड़ा पल्ला
मामा कैलाश ने बताया कि निजी अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराने के बाद स्कूल के टीचरों को जानकारी दी गई. टीचरों ने मिलकर पांच हजार रुपये देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला (Girl injured falling tree in Lucknow) झाड़ लिया. कुछ दिन पहले रसूलपुर नगराम के रहने वाले पप्पू से उनकी बहन का रिश्ता टूटकर पंचायत में फैसला हो गया था. उसके बाद भांजी संध्या अपने मामा कैलाश के पास रह रही थी. घायल बच्ची के पिता को भी इसकी सूचना दी गई. पिता ने भी एक हजार रुपये देकर इलाज कराने की बात कहकर कोई सुध तक नहीं ली.

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