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लखनऊ में 773 एकड़ में बन रही है गोशाला, जानिए क्या होगी खासियत - वृहद गो आश्रय केंद्र

लखनऊ के रैथा इलाके में गोवंशो के लिए 773 एकड़ में गोशाला बनाई जा रही है. जिसका जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर पौधरोपण भी किया.

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जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया

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Published : Jul 12, 2022, 5:45 PM IST

लखनऊ: राजधानी के बीकेटी तहसील स्थित रैथा इलाके में 773 एकड़ में गोशाला का निर्माण कराया जा रहा है. आश्रय केंद्र में 4 बड़े शेडो का निर्माण हो रहा है. यह आश्रय केंद्र 300-400 गोवंशो की क्षमता का बन रहा है. खास बात यह है कि इस गोशाला को self-sustainable मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है. ताकि यहां रहने वाले गोवंश को चारे के लिए किसी और पर निर्भर न होना पड़े.

डीएम ने किया निरीक्षण

जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा मंगलवार को इस निर्माणाधीन वृहद गो आश्रय केंद्र(big cow shelter center lucknow) का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में जिलाधिकारी द्वारा पूरे आश्रय केंद्र का दौरा कर चल रहे काम को देखा. उप जिलाधिकारी ने बताया कि यह आश्रय केंद्र कुल 3.13 हेक्टर भूमि पर बनाया जा रहा है. वर्तमान में उक्त आश्रय केंद्र में 100 गौवंश आश्रित हैं. गो आश्रय केंद्र में भूसे व चारे की पर्याप्त उपलब्धता पाई गई.

गोशाला के बारे में जानकारी देते डीएम

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि आश्रय केंद्र में 4 बड़े शेडो का निर्माण हो रहा है. यह केंद्र 300-400 गोवंशो की क्षमता का बन रहा है. निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि आश्रय केंद्र की बाउंड्री के बाहर पीपल, पाकड़ आदि छायादार वृक्षों का सघन रोपण करना सुनिश्चित किया जाए.

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 1 एकड़ भूमि जो कि गो आश्रय केंद्र से सटी हुई है उस पर हरे चारे की बुआई की गई है. साथ ही 1 हेक्टेयर भूमि और है जो वर्तमान में खाली पड़ी है, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा हरे चारे की बुआई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि और भी जो बंजर में दर्ज ज़मीने हैं उनको चिन्हित किया जाए और उस पर भी हरे चारे की बुआई कराई जाए. उन्होंने कहा कि बटाई पर भूमि देकर गेंहू, धान, बाजरा आदि हरे चारे कु बुआई कराई जाए ताकि गो आश्रय केंद्रों में हरा चारा हर समय उपलब्ध रहे.

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इस मॉडल पर तैयार होंगे सभी गौ आश्रय केंद्र:

जिला अधिकारी ने कहा कि हमें सभी गो आश्रय केंद्रों को सेल्फ सस्टेनिंग (आत्मनिर्भर) बनाना है. सभी आश्रय केंद्रों की मूलभूत आवश्यकता भूसा और हरा चारा है. उन्होंने कहा कि बटाई पर हरे चारे की बुआई करने को इच्छुक लोगों को भी चिन्हित किया जाए. इसके बाद जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने परिसर में वृक्षारोपण किया. जिलाधिकारी ने बताया कि आश्रय केंद्रों के लिए दाना और सरसों की खली की भी व्यवस्था की जा रही है. निरीक्षण में मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी बीकेटी, तहसीलदार बीकेटी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.

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