लखनऊ:अलीगढ़ में मासूम बच्ची की दर्दनाक हत्या के मामले में पुलिस ने भले ही अब तक 4 गिरफ्तारियां कर ली हो, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना की पुष्टि नहीं हो पा रही है. बताते चलें संभावनाएं हैं कि हत्या से पहले बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया हो, लेकिन शव के क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. लिहाजा अब शव की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है. वहां से दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों के ऊपर पोस्को एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
दुष्कर्म की पुष्टि होने में लग रहा है समय
- घटना को करीब से देखें तो 30 तारीख को बच्ची की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था.
- पुलिस ने शव को 2 तारीख को बरामद किया, 2 दिनों में गर्मी के चलते शव बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है.
- बच्ची के परिवार वालों का कहना है कि बच्ची के गुम होने की सूचना पहले ही पुलिस को दे दी गई थी.
- ऐसे में क्राइम एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर पुलिस सूचना पाते ही तुरंत हरकत में आ जाती तो बच्ची के शव को पहले ही बरामद कर लिया जाता.
- बच्ची के साथ दुष्कर्म को लेकर संशय भी मिटाया जा सकता था, लेकिन अब पुलिस की लापरवाही के चलते दुष्कर्म की पुष्टि होने में समय लग रहा है.
- जिससे आरोपियों पर पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं हो पा रही है.
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जिस तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस इसे हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. इसकी भी संभावनाएं हैं कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया हो, लेकिन शव इतना क्षतिग्रस्त हो गया है कि जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो पा रही है. लिहाजा पोस्को एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं की गई है. अगर दुष्कर्म की पुष्टि होती है तो पोस्को के तहत कार्रवाई की जाएगी. पुलिसकर्मियों को ऐसी घटनाओं पर संवेदनशीलता बरतने की हिदायत दी है.