लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस ने गुरुवार को बड़ी हलचल मचा दी. बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नकुल दुबे गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए. नकुल दुबे यूपी की सियासत में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं, जिसके सहारे बसपा सुप्रीमो मायावती 2007 में ब्राह्मण-दलित गठजोड़ के चलते सत्ता में काबिज हुई थी. पेशे से अधिवक्ता नकुल दुबे की उत्तरप्रदेश के प्रबुद्ध जनों के बीच गहरी पैठ है. 2007 कि बसपा सरकार में नकुल दुबे ने कैबिनेट में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने दुबे को पार्टी में शामिल कराया.
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले नकुल दुबे ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद नकुल दुबे ने गुरुवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के प्रमुख चेहरे के तौर पर जाने जाने वाले नकुल दुबे ने भाईचारा कमेटियों का संयोजन कर मायावती को सत्ता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. नकुल दुबे के बाद बहुत जल्द यूपी की सियासत के कई अहम नाम कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं.
बसपा का ब्राह्मण चेहरा और पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे हुए कांग्रेसी, कई और नामों पर चर्चा - सियासत में ब्राह्मण चेहरा
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले नकुल दुबे ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद नकुल दुबे ने गुरुवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
नकुल दुबे ने थामा कांग्रेस का हाथ
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सूत्रों की मानें तो सपा और बसपा के कई बड़े नेता जल्द ही कांग्रेस के झंडे के नीचे नजर आएंगे. सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीधी टक्कर अब कांग्रेस से है. इसलिए कई दिग्गज अब हाथ का साथ थामने के लिए तैयार हैं.
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