आगरा: उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग ने अध्यक्ष अशफाक सैफी के जामा मस्जिद में मदरसा के बच्चों के साथ ध्वजारोहण किया था. ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान भी हुआ था. जामा मस्जिद में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण और राष्ट्रगान को लेकर इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी और यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी अब लोगों के निशाने पर आ गए हैं. शहर मुफ्ती मजीदुल कुददूस खुबैब रूमी ने ऑडियो जारी किया और असलम कुरैशी से कहा कि आप मस्जिद की बेहरुमी न कराइए. साथ ही कहा कि यह हराम का काम हुआ है.
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रविवार को देश भर में रविवार को 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी और इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी ने जामा मस्जिद में स्थित मदरसा के बच्चों के साथ ध्वजारोहण किया. लेकिन यह कुछ लोगों को यह रास नहीं आया है. जामा मस्जिद पर ध्वजारोहण को लेकर मुस्लिम समाज से प्रतिक्रिया आने लगी तो शहर मुफ्ती मजीदुल कुददूस खुबैब रूमी ने ऑडियो जारी करके अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी.
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शहर मुफ्ती मजीदुल कुददूस खुबैब रूमी का कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है. इसमें शहर मुफ्ती मजीदुल कुददूस खुबैब रूमी इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी से कह रहे हैं कि असलम साहब जामा मस्जिद में क्या करा रहे हो. आप मस्जिद की बेहरूमती न कराएं. मस्जिद में जनगण कराकर आपने खराब काम किया है. कम से कम आप अल्लाह के कहर से तो डरिए. उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी का कहना है कि जामा मस्जिद में ध्वाजारोहण को लेकर शहर मुफ्ती का जो ओडियो सामने आया है, उसके बारे में यही कहना है कि ध्वाजारोहण किया गया था. यह सही था. इस बारे में ओडियो सोशल मीडिया पर नहीं अपलोड करना चाहिए था.