लखनऊ:साइबर ठगी से बचने और लोगों को जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने गृह विभाग को निर्देशित किया था. उसके बाद गृह विभाग ने राज्य के सभी 1531 थानों में साइबर हेल्प डेस्क बनाने का आदेश दिया था. लेकिन, शासन के इस आदेश के बाद लखनऊ समेत कई जिलों में अब तक साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना नहीं हो पाई है. ऐसे कुछ थानों का ईटीवी भारत की टीम ने रियल्टी चेक किया.
थानों में साइबर हेल्प डेस्क बनी या फिर नहीं यह जानने के लिए लखनऊ के 10 थानों में ईटीवी भारत ने जाकर देखा तो पाया कि पीजीआई, सैरपुर, गुडंबा, इंदिरानगर, विकास नगर में साइबर हेल्प डेस्क की व्यवस्था अभी नहीं हुई है. वहीं, गाजीपुर, हजरतगंज, महानगर, अलीगंज और जानकीपुरम में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना कर पुलिस कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. डीसीपी कासिम आब्दी का कहना है कि जल्द ही जोन के हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क होगी.
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की ही तरह कानपुर कमिश्नरेट में भी ईटीवी भारत ने रियल्टी चेक किया तो दो थानों में साइबर हेल्प डेस्क नदारद थी. कानपुर के बर्रा और नौबस्ता थानों में साइबर हेल्प डेस्क नहीं है. एसीपी गोविंदनगर विकास पांडेय ने बताया कि थानों में साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतों को सुनने के साथ कार्रवाई की जा रही है. साइबर हेल्प डेस्क भी जल्द स्थापित की जाएगी.
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट साइबर क्राइम को लेकर सतर्क है. जिले के सभी 27 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित कर दी गई है. इन थानों में प्रशिक्षित पुलिसकर्मी भी तैनात हैं. प्रयागराज जिले के सिविल लाइन्स और कौंधियारा थाने में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित है. डेस्क में एक पुलिसकर्मी तैनात है, जो साइबर ठगी से बचने के लिए उपाय बताते हैं और जरूरत पड़ने पर एफआईआर भी दर्ज करते हैं.
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