लखनऊ:राजधानी में पिटबुल कांड के बाद कुत्तों का रजिस्ट्रेशन बढ़ गया है. जुर्माना और कार्रवाई के डर से लोग अपने कुत्तों का रजिस्ट्रेशन करवाने लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) पहुंच रहे हैं. अधिकारियों की माने तो पिछले 3 दिनों में 200 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाए हैं. इसके कारण नगर निगम का राजस्व (municipal revenue) बढ़ रहा है.
नगर निगम के नियमों के अनुसार अगर किसी पालतू जानवर कुत्ता या बिल्ली का रजिस्ट्रेशन नहीं है और वह किसी को काटता है तो इसके लिए मालिक जिम्मेदार है. उसके खिलाफ मुकदमा हो सकता है और जेल भी जाना पड़ सकता है. उसके अलावा नगर निगम को 5000 रुपये का जुर्माना अलग दे देना पड़ेगा. इसी डर की वजह लोगों का रजिस्ट्रेशन बढ़ गया है.
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कुत्ता पालने वाले मालिकों को कुत्तों के रजिस्ट्रेशन के लिए नगर निगम को चार्ज देना होता है. नगर निगम में कुत्तों के साइज के हिसाब से चार्ज लिया जाता है, जिसमें 200, 300 और 500 रूपये की फीस जमा करनी होती है. अगर बात करें तो लखनऊ शहर में कुत्ता पालने का बिजनेस काफी तेजी से बढ़ा है. नगर निगम को जानकारी दिए बिना लोग कुत्ता पालने का व्यवसाय कर रहे हैं. जिससे नगर निगम के राजस्व को काफी नुकसान हो रहा है.