लखनऊ : राजधानी के सिविल अस्पताल (Civil Hospital) में रोजाना करीब दो हजार से अधिक लोग इलाज के लिए आते हैं. इस समय बरसाती मौसम में डेंगू, मलेरिया, डायरिया और टाइफाइड के मरीज बढ़ गए हैं, लेकिन मौसमीय बीमारियों का अड्डा सिविल अस्पताल (Civil Hospital) बन गया है. अस्पताल परिसर में जितने भी सीवरेज हैं सभी बह रहे हैं. गंदगी और बदबू से यहां लोग परेशान हैं. हालत यह है कि मरीज के साथ तीमारदार भी बीमार पड़ जाएं.
बाराबंकी से इलाज कराने के लिए आईं रश्मि यादव ने बताया कि उनके 16 साल के बेटे को डायरिया हो गया है. हालत काफी गंभीर थी, जिसकी वजह से लड़के को लेकर सिविल अस्पताल (Civil Hospital) में इलाज के लिए आईं. लड़के का इलाज अच्छा हुआ है. पहले हमने इमरजेंसी में दिखाकर उसे भर्ती कराया, फिर कुछ समय बाद डॉक्टर ने उसे देखा और तुरंत ट्रीटमेंट शुरू किया. सभी व्यवस्थाएं ठीक हैं, लेकिन यहां पर गंदा पानी बहुत फैला हुआ है. बीते बुधवार और गुरुवार को जब बारिश हुई तो इमरजेंसी के गेट तक सीवर का गंदा पानी आ गया. जिसकी वजह से जब तक पानी पूरी तरह से साफ नहीं हुआ, तब तक हम इमरजेंसी के बाहर नहीं निकले. अगले दिन जब हम ओपीडी में डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए गए तो ओपीडी के बाहर जहां से एंट्री करते हैं वहां पर सीवर का पानी पूरी तरह से भरा हुआ था. कहीं से निकलने की जगह नहीं थी. इसी के साथ इमरजेंसी की छत भी टपक रही थी. यहां इलाज अच्छा मिलता है अगर यहां पर समस्याएं दूर हो जाएं तो मरीजों के लिए सहूलियत हो जाएगी.