लखनऊ: अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) के प्रोजेक्टों की समीक्षा के बाद महानिदेशक संजीव भुटानी ने बुधवार को जानकारी दी कि वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस के बाद अब देश में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेनें दौड़ाने की कवायद तेज हो गई है. अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) ने 200 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ने में सक्षम सेमी हाइस्पीड ट्रेन की कम भार की एल्युम्यूनियम बॉडी की डिजाइन तैयार की है. ट्रेन सेट तैयार करने की खरीद प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. पहले चरण में आरडीएसओ की डिजाइन की 100 ट्रेन के सेट तैयार किए जाएंगे.
महानिदेशक संजीव भुटानी ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत व मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रेलवे इनोवेशन को प्रोत्साहित करने के लिए स्टार्टअप करने वाली संस्थाओं को मौका देगा. रेलवे के लिए स्टार्टअप्स योजना के अंतर्गत लाइन के टूटने, लाइन में तनाव के प्रबंधन के सिस्टम और उपनगरीय सेक्शन के लिए हेडवे में सुधार सहित 11 समस्याओं को दूर करने के लिए स्टार्टअप उद्यमियों से प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स को अधिकतम डेढ़ करोड़ रुपय का अनुदान दिया जाएगा. देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चार मार्च को आरडीएसओ की जिस स्वदेशी सुरक्षा प्रणाली कवच का निरीक्षण किया था. उसे भी दो साल के अंदर दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा सेक्शन पर लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि दिल्ली से सोनीपत के बीच डीएमयू को हाइड्रोजन ईधन से चलाने के लिए भी डिजाइन बनाया गया है.