उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / city

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिए निर्देश, डेंगू मरीज मिलने पर घरों में कराएं स्क्रीनिंग - डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

मंगलवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने सभी जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए हैं. जारी बयान में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के बाद जलभराव की स्थिति कई इलाकों में हो सकती है, लिहाजा जिम्मेदार विभाग जलभराव की स्थिति न होने दें.

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

By

Published : Oct 11, 2022, 7:13 PM IST

Updated : Oct 11, 2022, 8:00 PM IST

लखनऊ : बारिश की वजह से डेंगू-मलेरिया समेत दूसरी मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. लिहाजा अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग व मलेरिया ईकाई अधिक चौकन्ना रहें. जिन इलाकों में डेंगू-मलेरिया के मरीज मिले उनके घर के आस-पास सघन अभियान चलाएं. बुखार पीड़ितों की पहचान कर जांच व इलाज मुहैया कराएं. मंगलवार को यह निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने सभी जिलों के सीएमओ को दिए हैं. जारी बयान में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के बाद जलभराव की स्थिति कई इलाकों में हो सकती है, लिहाजा जिम्मेदार विभाग जलभराव की स्थिति न होने दें. जिन प्लाॅट में पानी भरा है, उनके मालिकों को नोटिस दें. कूड़े-कचरे की नियमित उठान करें. नालियों की सफाई करें. नियमित कूड़ा मोहल्लों से उठे.

डेंगू-मलेरिया के लिहाजा से आने वाले 15 दिन बेहद अहम हैं, क्योंकि बारिश के बाद मच्छरों की पैदावार बढ़ सकती है. इससे डेंगू व मलेरिया की आशंका बढ़ सकती है. ऐसे में एंटीलार्वा के छिड़काव का अभियान तेज करें. डेंगू-मलेरिया प्रभावित इलाकों में सघन अभियान चलाएं. एक मरीज मिलने की दशा में कम से कम 50 से 60 घरों में स्क्रीनिंग कराएं. एंटीलार्वा का छिड़काव करें. नगर निगम के अधिकारी फाॅगिंग सुनिश्चित करें. इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

यह भी पढ़ें : मेडिकल ऑफिसर आयुर्वेद की भर्ती के लिए होगी स्क्रीनिंग परीक्षा, आयोग ने जारी की तारीख

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू-मलेरिया के इलाज के पुख्ता इंतजाम हैं. दवाएं पर्याप्त जुटा ली गई हैं. जिन अस्पतालों में कोई कमी है, उन्हें तत्काल पूरा करें. दवाओं की कमी नहीं है. डेंगू की जांच की भी पुख्ता व्यवस्था है. डेंगू संक्रमितों को मच्छरदानी में रखें. प्रत्येक अस्पताल जरूरत पड़ने पर डेंगू मरीजों के लिए बेड बढ़ाएं. किसी भी दशा में मरीज को बिना इलाज न लौटाएं.

यह भी पढ़ें : दो माह बाद खत्म होगा ट्रेन में इंजन बदलने का झंझट, मेंटेन समयसारिणी के साथ ट्रेनें भरेंगी रफ्तार

Last Updated : Oct 11, 2022, 8:00 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details