लखनऊ:राजधानी के दो अलग-अलग इलाकों ठाकुरगंज व मानक नगर में एक युवक व एक किशोरी ने फांसी के फंदे से लटककर जीवन लीला समाप्त कर ली है. दोनो ही मामलों में पुलिस को कोई सुसाइड लेटर न मिलने की वजह से आत्महत्या करने के कारण नही स्पष्ट हो पाए हैं. हालांकि, पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
पहला मामला
पहला मामला पश्चिमी इलाके के ठाकुरगंज क्षेत्र का है. इंस्पेक्टर ठाकुरगंज ने बताया कि 448/139 नगरिया ठाकुरगंज निवासी अभियोजन अधिकारी पद से रिटायर्ड सैयद वजीर हसन रिजवी ने बताया कि उनका बेटा डॉक्टर वसीम हसन रिजवी एक दन्त चिकित्सक है. थाना पारा क्षेत्र के जलालपुर फाटक के पास वह अपना क्लीनिक चलाता है. रिजवी के अनुसार घर में सबकुछ ठीक ठाक था और कोई परेशानी नहीं थी. वहीं 24 मार्च को वसीम अपने परिवार समेत कानपुर में आयोजित एक पारिवारिक शादी समारोह में शामिल होने गया था. इसके बाद 25 मार्च को सभी शाम 4 बजे वापस आ गए.
शादी समारोह से आने के बाद सब थके थे. इसलिए सभी जल्दी खाना खाकर अपने अपने कमरे में सोने चले गए. इसके बाद रोजाना की तरह सुबह लगभग 9 बजे वजीर अपने बेटे वसीम को जगाने के लिए उसके कमरे में गए तो उन्हें वहां वसीम का शव कमरे में छत के कुंडे से लटका हुआ मिला. घटना की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची और तफ्तीश शुरू की. हालांकि, पूछताछ में पुलिस को यह पता नहीं लग सका कि वसीम ने आत्महत्या क्यों की.