लखनऊ: मौजूदा समय में चोरी, लूट और डकैती से अधिक साइबर अपराधी सक्रिय हैं. बाकी तरह की लूट में अपराधियों को पहचान का डर होता है. लेकिन, साइबर ठग सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठकर एक झटके में लोगों की जमापूंजी झटके में चट कर लेते हैं. यही नहीं उन लोगों को ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐंठते हैं. इन्हीं साइबर ठगों का शिकार लखनऊ की अंजली सिंह हुईं. इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने के नाम पर ठगों ने पहले तो उनका व्हाट्सएप हैक किया. फिर उनके दोस्तों और रिश्तेदारों से भी लाखों की ठगी की.
अंजली सिंह राजधानी के कृष्णानगर थाने के अंतर्गत विजय नगर में रहती हैं. अंजली सिंह के मुताबिक बीते 3 मई को उनके पास 9508131780 नम्बर से कॉल आई थी और इंटरनेट की स्पीड बढ़वाने के लिए *401*9508131780 डायल करने को कहा गया था. अंजली ने जैसे ही इंटरनेट की स्पीड बढ़वाने की चाहत से नम्बर डायल किया, उनका व्हाट्सअप एकाउंट हैक हो गया. यही नहीं उनके नम्बर पर आने वाली सभी कॉल भी फॉरवर्ड हो गईं, जो ठगों के पास जाने लगीं. इसके बाद ठगों ने लोगों से रुपये की डिमांड शुरू कर दी.
ठगों ने पहले व्हाट्सएप हैक किया फिर दोस्तों और रिश्तेदारों के खाते से उड़ाई रकम - दोस्तों और रिश्तेदारों से भी लाखों की ठगी
राजधानी के कृष्णानगर थाने अंतर्गत विजय नगर में रहने वाली अंजली सिंह को इंटरनेट की स्पीड बढ़वाना महंगा पड़ गया. ठगों ने पहले तो उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया. साथ ही उनके दोस्तों और रिश्तेदारों से भी लाखों की ठगी की.
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रिश्तेदारों और दोस्तों से मांगे पैसे
अंजली के मुताबिक उनका व्हाट्सएप हैक होने के बाद ठगों ने उनके दोस्तों व रिश्तेदारों से पैसों की डिमांड शुरू कर दी. ठगों ने अंजली के सभी दोस्तों से 15000 रुपये मांग की थी. यही नही अंजली के दोस्तों ने जब उससे कॉल कर पूछना चाहा तो कॉल फॉरवर्ड थी. साइबर ठगों ने पीड़िता के दोस्तों और रिश्तेदारों से लाखों रुपये ठग लिए. इंस्पेक्टर कृष्णानगर आलोक कुमार राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की धड़पकड़ की जाएगी.
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