लखनऊ: गोमती नगर विस्तार में लखनऊ विकास प्राधिकरण सीवर सफाई और ट्रीटमेंट के नाम पर 25 लाख रुपये सालाना खर्च कर रहा है. इसके बावजूद नालों में सीधे सीवर का पानी बहाया जा रहा है. ठेकेदार यहां पर बिना काम के पेमेंट ले रहा है और अधिकारी आंखें मूंदे हैं.
गोमती नगर विस्तार में पिछले कई वर्षों से सीवर की समस्या बनी हुई है, जो बारिश में और भी गंभीर हो जाएगी. आए दिन कहीं न कहीं सीवर ओवरफ्लो रहता है, जबकि सीवर की सफाई और व्यवस्था के लिए विस्तार के सभी सेक्टरों में एलडीए करोड़ों रुपये खर्च करके ठेके पर काम करा रहा है. यह काम सिर्फ कागजों में ही दिखता है. गोमती नगर विस्तार सेक्टर 4 में बने सीवर पंपिंग स्टेशन में सीवर भरा हुआ है. मोटर खराब है. जिसके कारण विस्तार में सीवर ओवर फ्लो करता है.
लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने बताया कि पिछले कई सालों से देखा जा रहा है कि पंपिंग स्टेशन में छह मोटर लगे हैं. जो सीवर को पम्प करके STP तक भेजने का काम करते हैं, लेकिन छह मोटरों में तीन मोटर हमेशा खराब रहते हैं. इतना ही नहीं बिजली न रहने पर डीजल इंजन की भी व्यवस्था है, लेकिन आज तक कभी चलाया नहीं गया. उन्होंने बताया कि केवल सीवर पंपिंग स्टेशन की सफाई के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने लगभग 25 लाख रुपये का ठेका दिया है. सीवर पंपिंग स्टेशन अभी तक मात्र एक ही बना है. ऐसे में उसे बंद नहीं किया जा सकता और जब तक पंपिंग स्टेशन बंद नहीं होगा उसकी सफाई संभव नहीं है. ऐसे में कहीं न कहीं पंपिंग स्टेशन की सफाई के नाम पर बड़े स्तर का भ्रष्टाचार नजर आ रहा है.
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वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय कुमार त्रिपाठी ने जल्द से जल्द इन समस्याओं का निस्तारण करने की बात कही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह पूरे प्रकरण की जांच करके उचित कार्रवाई करें.
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