लखनऊ. भारतीय रोड कांग्रेस परिषद (Indian Road Congress Council) की 224वीं बैठक में काउंसिल सदस्यों ने बढ़ते सड़क हादसों के मद्देनजर सड़क सुरक्षा और आईआरसी कोड को धरातल पर लाने के अहम सुझाव दिए. बैठक में काउंसिल के नव निर्वाचित अध्यक्ष एसबी वासवा ने हाइवे पर सड़क हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा के हरसंभव उपाय किए जाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि आईआरसी कोड को वर्तमान परिस्थतियों में व्यावहारिक और आसान किया जा रहा है ताकि फील्ड इंजीनियर हाइवे निर्माण में इनके मानकों को सहजता से लागू कर सकें. श्री वासवा ने कहा कि हाइवे पर ब्लैक स्पॉट की पहचान कर उसे स्थानीय प्रशासन की मदद से दूर किेए जाने में मदद ली जाएगी.
भारतीय रोड कांग्रेस परिषद (Indian Road Congress Council) के चुने गए नये पदाधिकारियों और काउंसिल सदस्यों की पहली बैठक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को हुई. काउंसिल सदस्यों ने हाइवे पर होने वाले हादसों पर चिंता जताई. साथ ही इन्हें रोकने के कुछ प्रभावी उपाय भी बताए. रात के अंधेरे में मवेशियों के कारण होने वाले वाहन हादसों को रोकने के लिए गाय-भैसों के कानों को पेंट करने का सुझाव आया, ताकि भारी वाहन चालकों को दिक्कत न हो. कहा गया कि ओवरलोडेड ट्रकों और बेतहाशा सवारियों को ढोने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली के संचालन पर स्थानीय पुलिस और परिवहन प्रशासन को भी अंकुश लगाना होगा. वहीं, सड़क निर्माण की इंजीनियरिंग खामी लोक निर्माण विभाग दूर करेगा.
बैठक में नए सदस्यों ने सड़क सुरक्षा और आईआरसी कोड की बारीकियों को आईआईटी व एनआईटी जैसे उच्च तकनीकी संस्थानों के कोर्स में शामिल किए जाने को वक्त की जरूरत बताया. एमटेक और पीएचडी रिसर्च कर रहे छात्रों को लाइव हाइवे प्रोजेक्ट से जोड़ने का सुझाव भी आया, ताकि छात्र फील्ड एक्टिविटी के माध्यम से हाइवे निर्माण की तकनीकी दक्षता सीखकर निजी क्षेत्र में भी नौकरी हासिल कर सकें. मीटिंग में काउंसिल सदस्यों को सुझावों और चिंताओं को लिखित रूप से भेजने का आग्रह किया गया. आईआरसी काउंसिल की मध्यावधि बैठक में इन बिन्दुओं पर मंथन किया जाएगा.