लखनऊ: पार्टी की 15 साल सेवा करने वाली कांग्रेस नेता शशि बाला का आरोप है कि वो क्षेत्र में पिछले काफी समय से कांग्रेस पार्टी का प्रचार कर रही थीं. कांग्रेस पार्टी ने टिकट देने का वादा किया था. जब टिकट देने की बारी आई, तो कुछ दिन पहले पार्टी से जुड़े सुरेंद्र कालिया को बालामऊ विधानसभा सीट से पार्टी ने टिकट दे दिया.
टिकट न मिलने से नाराज महिला दावेदार ने किया कांग्रेस मुख्यालय का घेराव, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस नेता शशि बाला ने लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय पर समर्थकों के साथ घेराव किया. उन्होंने विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी.
टिकट न मिलने से नाराज होकर टिकट दावेदार शशिबाला अपने समर्थकों के साथ लखनऊ कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंची. यहां पर दिन भर उन्होंने नेताओं से संपर्क किया, लेकिन जब कोई नतीजा नहीं निकला तो आखिरकार वे अपने समर्थकों के साथ शनिवार देर शाम कांग्रेस मुख्यालय का गेट का घेराव करने के बाद अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गईं. इससे गेट के अंदर जाने और बाहर आने का रास्ता बंद हो गया.
कांग्रेस टिकट की दावेदार शशिबाला का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी में मेहनतकश प्रत्याशियों को टिकट ही नहीं दिया जा रहा है. कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है. किसी भी पार्टी से आने वाले नेता को टिकट दिया जा रहा है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि जिस बालामऊ विधानसभा सीट पर सुरेंद्र कालिया को पार्टी ने टिकट दिया है, वह टिकट पार्टी की तरफ से बेचा गया है. सुरेंद्र कालिया के खिलाफ गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं.
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शशिबाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के नेता हों, पर्यवेक्षक हों या प्रभारी सभी पैसे लेते हैं. उसके बाद ही टिकट देते हैं. कार्यकर्ताओं से कोई मतलब ही नहीं है. शशिबाला का कहना है कि दिल्ली में भी तमाम नेताओं से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई. इनमें दीपेंद्र हुड्डा के साथ ही राष्ट्रीय सचिव धीरज गुज्जर भी शामिल हैं. इसके अलावा शनिवार को दिनभर कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर जितने भी नेता थे, सभी से इसकी शिकायत की लेकिन आश्वासन ही मिला. इसलिए अब तब तक गेट से नहीं हटेंगे, जब तक मुझे टिकट नहीं मिल जाता.
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