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कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने अपने ही पार्टी के नेताओं को दी नसीहत, बोले-लगाम लगाया जाएगा

उत्तर प्रदेश विधानपरिषद में कांग्रेस के विधायक दीपक सिंह का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर ETV Bharat ने खास बातचीत की. उन्होंने पार्टी के बड़बोले नेताओं के बयानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.

बातचीत करते संवाददाता आशीष त्रिपाठी
बातचीत करते संवाददाता आशीष त्रिपाठी

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Published : Jun 8, 2022, 7:32 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कांग्रेस के विधायक दीपक सिंह ने पार्टी के बड़बोले नेताओं को बड़ी नसीहत दी है. ETV Bharat से खास बातचीत के दौरान एमएलसी दीपक सिंह ने आचार्य प्रमोद कृष्णनम और ज्ञानवापी को लेकर पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के शाहनवाज आलम के बयानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का कोई जिम्मेदार पदाधिकारी किसी ऐसे मुद्दे पर बोलता है, जिससे भारतीय जनता पार्टी को लाभ मिले तो कहीं न कहीं वह गलत करता है. पार्टी में इस मुद्दे पर चर्चा होगी और ऐसे बड़बोले लोगों पर लगाम लगाने का भी काम किया जाएगा.

बातचीत करते संवाददाता आशीष त्रिपाठी
प्रश्न : विधान परिषद में आपका कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. इसके बाद विधान परिषद में कांग्रेस शून्य हो जाएगी?उत्तर : शून्य से शुरू करेंगे. आजादी से पहले भी कांग्रेस ने विधान परिषद में शून्य से शुरू किया था और शिखर तक पहुंची. फिर शून्य से शुरुआत करेंगे. प्रश्न : उदयपुर शिविर (Udaipur ) के बाद पार्टी ने "भारत जोड़ो" का नारा दिया. एनएसयूआई के एक पदाधिकारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इससे पहले कार्यकर्ता जोड़ो अभियान की जरूरत है? उत्तर :हम दोनों काम करेंगे. भारत जोड़ो कांग्रेस पार्टी का एजेंडा है. कांग्रेस इस अभियान के तहत ही राजनीति में आई थी. अंग्रेजों ने 500 से अधिक राज्यों को अलग करने की रणनीति बनाई थी, लेकिन कांग्रेस ने एक भारत बनाया. कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जिसने मिजोरम, कश्मीर जैसे कई राज्यों में चुनाव छोड़ दिया था ताकि हथियार उठाये लोग विकास की मुख्यधारा में आयें. कांग्रेस पार्टी सब को जोड़ने का काम करती है. निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं को भी जोड़ेगी. प्रश्न : क्या कारण है कि कांग्रेस में कार्यकर्ता अपने नेता से दूर हो गये?

उत्तर : पहला कारण कोविड है. प्रियंका (Priyanka Gandhi ) काम कर रहीं थीं. कोविड नहीं होता तो प्रियंका जी की मेहनत रंग लाती. इसके अलावा भी अगर कोई कारण है तो उस पर काम होगा. मैं भरोसा देता हूं कि सब मिलकर काम करेंगे. भारतीय जनता पार्टी से लड़ने में सक्षम एक मात्र पार्टी कांग्रेस (Congress) जवाब देगी. 2024 में उत्तर प्रदेश में फतह करेगी और सबसे ज्यादा सांसद यहां से चुनकर जाएंगे.

प्रश्न : प्रियंका गांधी ने खुद स्वीकार किया कि चूक हुई है. पार्टी लोगों के घर-घर तक नहीं पहुंच पाई है?
उत्तर : यह पार्टी के नेताओं का बड़प्पन है कि वह अच्छाई और बुराई दोनों को स्वीकार कर रहे हैं. जैसा प्रियंका जी ने कहा है वह जल्द ही दिखाई देगा.

प्रश्न : आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnan) का बयान चर्चा में रहा कि पार्टी में वामपंथियों का एक गुट है जो खुद को धर्म निरपेक्ष दिखाने के लिए हिन्दुओं की आस्था से खेल रहा है?
उत्तर : कांग्रेस पार्टी एक विचारधारा है. पार्टी में कोई पंथ हावी नहीं होता है. यहां सिर्फ एक पंथ चलता है वह राष्ट्रवाद है. कांग्रेस उसी विचार पर आगे बढ़ेगी.

प्रश्न : ज्ञानवापी प्रकरण पर शाहनवाज आलम और आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान सामने आए हैं?
उत्तर :कांग्रेस पार्टी का कोई जिम्मेदार पदाधिकारी किसी ऐसे मुद्दे पर बोलता है जिससे भारतीय जनता पार्टी को लाभ मिले तो कहीं न कहीं वह गलत करता है. पार्टी में आगे इस मुद्दे पर चर्चा जरूर होगी और ऐसे बड़बोले लोगों पर लगाम लगाने का भी काम किया जाएगा.

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प्रश्न : 2024 के चुनाव को लेकर क्या तैयारी है?
उत्तर: उत्तर प्रदेश में कोविड रहा हो या किसी भी संघर्ष का सवाल रहा हो, पहले मोर्चे पर कोई लड़ने वाला था तो प्रियंका गांधी थीं. वह संघर्ष करने में सबसे आगे रहीं. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर मुकदमें हुए थे. हम इसी पर मंथन कर रहे हैं. हम जीतेंगे. इस संकल्प के साथ आगे बढ़ने की तैयारी में हैं.

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