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पार्कों की सफाई के नाम पर वर्षों तक होता रहा करोड़ों का खेल, जानिये मामला

एलडीए के पार्कों में वर्षों तक निजी एजेंसियां सफाई करती रहीं. सफाई कम हुई लेकिन इसके नाम पर करोड़ों का बजट जरूर साफ किया जाता रहा. अनेक बार शिकायत और जांच के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने अपने ही कर्मचारियों से सफाई का काम शुरू करा दिया है.

एलडीए के पार्क
एलडीए के पार्क

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Published : Aug 22, 2022, 5:31 PM IST

Updated : Aug 22, 2022, 10:52 PM IST

लखनऊ : एलडीए के पार्कों में वर्षों तक निजी एजेंसियां सफाई करती रहीं. सफाई कम हुई लेकिन इसके नाम पर करोड़ों का बजट (crores of budget) जरूर साफ किया जाता रहा. अनेक बार शिकायत और जांच के बाद अब लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने अपने ही कर्मचारियों से सफाई का काम शुरू करा दिया है. करोड़ों रुपए का खेल करने वाली निजी कंपनियां और उनसे मिले अफसर साफ बच निकले हैं. उन पर आखिर एक्शन कब होगा यह बड़ा सवाल है.

लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अनुरक्षित पार्कों में साफ-सफाई का काम अब ठेके पर नहीं होगा, बल्कि यह कार्य विभागीय कर्मचारी करेंगे. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने हाल ही में विभिन्न पार्कों का औचक निरीक्षण किया. जिसमें अधिकांश जगहों पर साफ-सफाई की स्थिति ठीक नहीं मिली. उपाध्यक्ष ने सफाई व्यवस्था को लेकर आम जनता से जब फीडबैक लिया तो लोगों ने असंतोष व्यक्त किया. इस पर उपाध्यक्ष ने सभी पार्कों में साफ-सफाई के लिए ठेकेदारी प्रथा खत्म करने के आदेश जारी किये हैं.

एलडीए के पार्क

उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने इस सम्बंध में अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में 26 प्रमुख पार्कों का अनुरक्षण किया जाता है, जिसमें से 18 नजूल पार्क हैं. उन्होंने निर्देशित किया कि नजूल पार्कों को भी जनेश्वर मिश्र पार्क व राम मनोहर लोहिया पार्क की तर्ज पर ही सुव्यवस्थित रखा जाए. इसके लिए उन्होंने नजूल पार्कों में साफ-सफाई, औद्यानिकीकरण व मेन्टेनेंस आदि के कार्यों के लिए 72 अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती के आदेश जारी किये हैं. उपाध्यक्ष ने अफसरों को निर्देशित किया कि अब से विभागीय कर्मचारियों से ही पार्कों में साफ-सफाई का कार्य कराया जाएगा. इसके लिए कर्मियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगायी जाए और उन्हें पर्याप्त मात्रा में डस्टिंग, क्लीनिंग के उपकरण व केमिकल आदि उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि पार्कों में लगी महापुरूषों, राष्ट्रीय प्रतिमाओं की नियमित रूप से सफाई करायी जाए.

उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने नजूल पार्कों के बेहतर अनुरक्षण व देखरेख के लिए इन्हें तीन क्लस्टरों में विभाजित करने के निर्देश दिये हैं. इसके अंतर्गत जीपीओ पार्क, पं. दीनदयाल उपाध्याय पार्क, सरोजनी नायडू पार्क, राजाराम पाल सिंह पार्क व बटलर पार्क का प्रथम क्लस्टर बनाया गया है. वहीं, शहीद स्मारक पार्क, बेगम हजरत महल पार्क, सुभाष चौराहा पार्क, लक्ष्मण जी पार्क व अवध कुंज पार्क को द्वितीय क्लस्टर में शामिल किया गया है. इसके अलावा आचार्य नरेन्द्र देव समाधि स्थल पार्क, सूरज कुंड पार्क, ग्लोब पार्क, गुलाब पार्क, पतंग पार्क, गौतम बुद्धा पार्क, नींबू पार्क व चैक स्थित डाॅ. राम मनोहर लोहिया पार्क का तृतीय क्लस्टर बनाया गया है. अधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि सहायक अभियंता नवीन शर्मा एवं केपी गुप्ता के नेतृत्व में अवर अभियंता अम्बरीष कुमार शर्मा, रवि राय और हसन रजा को इन तीनों क्लस्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि एलडीए के पार्कों में सफाई ठीक से नहीं की जा रही थी इसलिये यह काम निजी एजेंसियों से वापस ले लिया गया है.

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दूसरी ओर लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के पार्कों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार का खेल करने वाले ठेकेदारों और अफसरों को बक्श दिया गया है. जिससे सवाल उठ रहे हैं कि कौन है जो करोड़ों रुपए के इस खेल पर पर्दा डाल रहा है. लखनऊ जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने बताया कि निश्चित तौर पर ठेकेदारों ने बड़ा खेल किया था. सफाई होती नहीं थी और पेमेंट हर महीने किया जाता था इसलिए अब कार्रवाई भी होनी चाहिए.

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Last Updated : Aug 22, 2022, 10:52 PM IST

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