लखनऊःयूपी की राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिला प्रशासन और नगर निगम मिलकर कोरोना को हराने में जुटे हैं. वहीं इस दौरान नगर निगम के कई कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. इस मामले में ईटीवी भारत ने नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी से बात की और जाना की कैसे इस मुश्किल घड़ी में प्रशासन कोरोना वारियर्स का ख्याल रख रहा है.
110 वार्डों में चला सफाई अभियान
नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि सफाई कर्मचारी कोरोना वारियर्स के रूप में 24 घंटे काम में तत्पर रहे. इस दौरान काफी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए, लेकिन राजधानी में सफाई अभियान नहीं रुका और लगातार सफाई कर्मचारी फ्रंटलाइन में आकर काम करते रहे. नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक 350 लोगों की कोरोना जांच कराई गई है और लगातार यह टेस्टिंग जारी रहेगी.
कार्यालय में फैला ज्यादा संक्रमण
डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि कार्यालय में 11 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनका अभी इलाज चल रहा है. वहीं दो अलग-अलग जोन में कोरोना के 2 मरीज पाए गए. इनका भी इलाज चल रहा है. डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि उनके यहां 99.9% टेस्टिंग हो रही है और कोरोना संक्रमण के मामले बहुत ही कम पाए जा रहे हैं.
खरीदी गई करोड़ों की मशीनें
नगर आयुक्त डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश की राजधानी को कोरोना मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने 2 करोड़ से अधिक की मशीनें और उपकरण मंगवाए हैं. इनकी सहायता से शहर के समस्त 110 वार्डों में सघन सफाई अभियान चलाया जाएगा. इससे कोरोना संक्रमण के मामलों को रोकने में मदद मिलेगी.