लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास से 42 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. लखनऊ से नैमिषारण्य के बीच भी इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की गई. लखनऊ और कानपुर महानगरों को इलेक्ट्रिक बसों के एक और खेप मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद मिली है. 42 में से 34 बसें लखनऊ को मिली हैं और आठ बसें कानपुर को.
कार्यक्रम में संबोधित करते सीएम योगी इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के प्रदूषण से मुक्त (वायु प्रदूषण हो या ध्वनि प्रदूषण) इससे मुक्त परिवहन सेवा इस समय की मांग है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवाने में जो सफलता प्राप्त हुई है. गुरुवार को यहां पर इलेक्ट्रिक बसों को प्रदेश के दो सबसे बड़े महानगरों लखनऊ और कानपुर में इस सेवा का शुभारंभ हो रहा है. पिछले पांच वर्षों के अंदर नगर विकास ने तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया है. देश के अंदर 100 सिटी को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है उनमें से 10 उत्तर प्रदेश के अंदर हैं और उन 10 में भी जो टॉप टेन सिटी हैं जिन पर बेहतरीन कार्य हुए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि उसमें उत्तर प्रदेश के दो शहर हैं. आगरा और वाराणसी जो स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टॉप टेन में अपना स्थान बनाने में सफल हुए हैं. शेष जो नगर निगम है. उन्हें भी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए राज्य की ओर से स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया है. स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत जो कार्य आगे बढ़े हैं इसमें से आईटीएमएस की जो व्यवस्था है उसमें कोविड कालखंड में आईसीसीसी के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि पूरे जनपद में कोविड प्रबंधन में भी बेहतरीन मदद हम लोगों को की है. उसी के मॉडल को हम लोगों ने न केवल अपने 17 स्मार्ट सिटी से जुड़े हुए नगर निकायों में बल्कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में लागू करते हुए उत्तर प्रदेश के अंदर कोविड प्रबंधन के एक बेहतरीन मॉडल को प्रस्तुत करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंदर पिछले पांच सालों में मेट्रो के संचालन में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है. आज देश के अंदर किसी राज्य के अंदर सर्वाधिक शहरी क्षेत्रों में मेट्रो का संचालन उत्तर प्रदेश कर रहा है जिनमें पांच शहर ऐसे हैं जहां पर मेट्रो संचालित हो रही है. आगरा में मेट्रो का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिछले पांच साल के अंदर क्षेत्र में 17 लाख गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना की सुविधा से आच्छादित किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भी व्यक्तिगत शौचालय बना कर दिया. शौचालयों का निर्माण किया है.
उन्होंने कहा कि कोई भी अब जब लखनऊ में आता है कानपुर में जाता है या उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में जाता है सबसे पौराणिक सिटी वाराणसी जाता है तो एक बात जरूर बोलता है कि बहुत सुंदर है साफ-सुथरी है. सुंदरता का मानक स्वच्छता से होता है और स्वच्छता है तो लोग उसके बारे में चर्चा भी करते हैं और उस चर्चा का हिस्सा आज उत्तर प्रदेश बना है. प्रधानमंत्री का विजन था स्वच्छ भारत मिशन. 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस मिशन के अंतर्गत हम लोग प्रदेश के अंदर उस लक्ष्य को प्राप्त कर सकें यह एक दूर की कौड़ी है, लेकिन आज यह सपना साकार हुआ है. प्रदेश के नगर निकाय भी साफ दिखाई दे रहे हैं. स्वच्छता का और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति का और बुनियादी सुविधाओं की बेहतरीन उपलब्धता के लिए जो प्रयास हुए हैं इसमें तमाम जो बीमारियां थी उनको नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त की है . प्रदेश के अंदर पर्यटन की सुविधाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिली है. पिछले दिनों गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसों का मैंने शुभारंभ किया गया था.
मैंने वहां पर पब्लिक से पूछा इलेक्ट्रिक बस चल रही है कैसा लग रहा है? अलग-अलग जगहों से भी इन बसों की डिमांड होने लग गई. जनता ने अलग-अलग जगह पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की मांग की है. यह बसें पूरी भर कर चल रही हैं. सभी लोग इसकी सराहना कर रहे हैं. इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. आज दो प्रदेश के सबसे बड़े नगर निकाय लखनऊ और कानपुर के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा प्रारंभ करने जा रहे हैं दोनों सिटी मेट्रो से भी जुड़ी हुई हैं. मेट्रो का आधार इलेक्ट्रिक बस सेवा बनेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले मेरे पास दक्षिण भारत से लोग आए थे. उन्होंने नैमिषारण्य के बारे में पूछा. मैंने उन्हें बताया कि नैमिषारण्य आध्यात्मिक नगरी है. लखनऊ के बहुत सारे लोगों से भी मैंने पूछा लेकिन उन लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है. मैंने कहा दक्षिण भारत से लोग आते हैं आप लोग को भी जानना चाहिए. हमें अपने धरोहर के संरक्षण का बीड़ा उठाना चाहिए. हमने ये बीड़ा उठाया है. लखनऊ से नैमिषारण्य के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं.
इलेक्ट्रिक बसों के उद्घाटन पर नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने भी विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बसें पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त हैं. इन बसों का किराया भी साधारण बसों के किराए के समान ही है इसलिए इसमें यात्रा करना यात्री खूब पसंद कर रहे हैं. अब लखनऊ से नैमिषारण्य के बीच भी यह बस सेवा शुरू हो रही है तो निश्चित तौर पर अब इस बस सेवा का श्रद्धालु हुई पूरा लाभ उठाएंगे. उन्होंने कहा कि लखनऊ और कानपुर महानगरों को 42 इलेक्ट्रिक बसे प्रदान की जा रही हैं. लगातार इलेक्ट्रिक बसों की संख्या विभिन्न शहरों में बढ़ाई जा रही है. इस मौके पर लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट और नगर विकास विभाग से जुड़े तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे.
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