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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- धरने पर बैठने को किया मजबूर - पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी

लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयरपोर्ट से Zoom ऐप से कनेक्ट हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने कहा कि मुझे सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया. पहली बार मैं लखनऊ आया था. मुझे सीतापुर जाना था, लेकिन एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया.

chhattisgarh cm bhupesh baghel blames yogi govt over protest lucknow news
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Published : Oct 5, 2021, 7:47 PM IST

लखनऊ:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने कहा कि पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया को अंदर तक नहीं आने दिया गया. मुझे मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा. अब तो प्रधानमंत्री भी चले गए हैं, अब तो मुझे जाने दिया जाए. भाजपा सरकार मेरे साथ सही नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर में गृह राज्य मंत्री के लड़के ने अपराध किया है और उसकी गिरफ्तारी तक नहीं की गई. उन्होंने कहा कि यह योगी सरकार बिल्कुल ठीक नहीं कर रही है.

पत्रकारों से रूबरू होते पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी
वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ से सीतापुर जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया. मैं और प्रमोद तिवारी एयरपोर्ट पर भूपेश बघेल को लेने गए थे, लेकिन हमें एयरपोर्ट परिसर के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया. हम शांति व्यवस्था के लिए खतरा क्यों हैं. यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने कौन सा अपराध किया था. सिर्फ वह लखनऊ से सीतापुर जाना चाहते थे, वह लखीमपुर खीरी नहीं है. कम से कम सीतापुर तो जाने देना चाहिए था. इतना ही नहीं एयरपोर्ट पर उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर सीतापुर नहीं जाने देना चाहते हैं तो कांग्रेस मुख्यालय तो जाने दें, लेकिन यहां की भी इजाजत नहीं दी गई.

पीएल पुनिया ने कहा कि लखनऊ एयरपोर्ट से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस तक की इजाजत नहीं दी गई है. अब भी वो एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे हुए हैं. पीएल पुनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें जो प्रोटोकॉल मिलना चाहिए था. वो तो दूर एक सामान्य व्यक्ति की तरह भी ट्रीट नहीं किया गया. वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि तहजीब को इस सरकार ने दफन कर दिया है. एक राज्य के मुख्यमंत्री को प्रोटोकाल मिलना चाहिए. वो तो दूर उन्हें धरने पर बैठने तक को मजबूर कर दिया गया. इस सरकार ने जहालत का काम किया है. प्रियंका गांधी पर पूरी तरह असंवैधानिक तरीके से 32 घण्टे तक हिरासत में रखने के बाद ऐसे केस लगाए गए हैं, जो बिल्कुल सही नहीं हैं. हत्या के मुलजिम खुलेआम घूम रहे हैं. जो अपराधी हैं, उन्हें मंत्री बनाया गया है.

प्रमोद तिवारी ने कहा कि गिरफ्तार हमारी राष्ट्रीय महासचिव व इंदिरा गांधी की पोती को किया गया. उन्होंने कहा कि हमें ये जानने का अधिकार है कि आपने 151 लगाई है तो किसलिए? अगर गलत है तो सरकार तत्काल प्रियंका गांधी को रिहा कर माफी मांगे. मैं चुनौती देता हूं कि 151 और 107 धाराएं पूरी तरह अवैध हैं. सरकार को मालूम है कि 10 अक्टूबर से प्रियंका गांधी मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से जनसभा शुरू करने वाली हैं. सरकार डर गई है. उन्होंने कहा कि एक गृह राज्यमंत्री कह रहा है कि किसानों सुधर जाओ नहीं तो दो मिनट में सुधार देंगे. ये भाषा एक मंत्री को कहां से शोभा देती है?

प्रमोद तिवारी ने कहा कि किसानों की भीड़ चल रही होती है तो पीछे से एक गाड़ी आती है. एक 80 किलो का आदमी 10 फीट ऊपर उछल जाता हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार की स्पीड कितनी रही होगी? चार लोगों को कुचल दिया जाता है. इसके बाद गाड़ी से उतरकर लोग भाग रहे हैं. प्रमोद तिवारी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के किसानों को लेकर किए गए ट्वीट पर भी निशाना साधा.


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चंद्रशेखर और टिकैत के वहां पहुंचने पर उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी से सरकार को खतरा है, इसलिए सरकार उन्हें जाने से रोक रही है. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि तीन अक्टूबर को ही इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया गया और तीन को ही प्रियंका गांधी को गिरफ्तार किया गया. ये तय है कि सरकार को जाना है.

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