लखनऊ : राजधानी के गोमतीनगर में वर्षों से बंद चटोरी गली अब स्थाई तौर पर खुलेगी. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) की ओर से यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. जिसके तहत अब इस गली को नए सिरे से आबाद किया जाएगा. जिसको लेकर अब काम शुरू किया जाएगा.
12 साल बाद विकसित होगी लखनऊ की चटोरी गली, भेजा प्रस्ताव - लखनऊ विकास प्राधिकरण
राजधानी के गोमतीनगर में वर्षों से बंद चटोरी गली अब स्थाई तौर पर खुलेगी. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) की ओर से यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. जिसके तहत अब इस गली को नए सिरे से आबाद किया जाएगा.
बहुजन समाज पार्टी की सरकार में 2010 में गोमती तट के पास में यह चटोरी गली बनाई गई थी, जिसमें सड़क के एक ओर दो दर्जन दुकानें विकसित की गईं थीं. इन दुकानों को लेकर हाईकोर्ट में एक केस भी हो गया था. इसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जवाब दिया था कि यह एक व्यापारिक स्थल में एक जन सुविधा केंद्र है. यहां लोगों को जरूरत का सामान मिलेगा. इस आधार पर हाईकोर्ट ने भी इस चटोरी गली को क्लीन चिट दे दी थी. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व स्मारक समिति के सदस्य सचिव डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि हम बहुत जल्द ही चटोरी गली को विकसित करेंगे, जिसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है.
समिति के जिन कार्मिकों की सेवाकाल के दौरान आकस्मिक मृत्यु हुई है, उनमें से 65 मृतक आश्रितों को देयकों का भुगतान किया जा चुका है. वहीं, छह कार्मिकों के देयकों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है, जिसे जल्द निस्तारित करा लिया जाएगा. इसके अतिरिक्त जिन जगहों पर बाॅयोमेट्रिक हाजिरी की मशीनें खराब हैं, उनके स्थान पर नई मशीनों की खरीद व साॅफ्टवेयर के अपडेशन का कार्य अगले सप्ताह तक हो जाएगा. सफाई कर्मियों के लिए रेट्रो जैकेट की खरीद की जा चुकी है तथा इनके वितरण का कार्य तीन दिन में शुरू हो जाएगा. इसके अलावा ज्योति लेन व समतामूलक चौराहे के पास स्थित छोटे पार्कों में पेड़-पौधों की छटाई व घास की कटाई कराई जाएगी. साथ ही वाह्य क्षेत्र में लाइटिंग के कार्य को एकरूपता से कराने के निर्देश दिये गए.
यह भी पढ़ें : लखनऊ से जुड़े पांचों हाईवे के किनारे बढ़ा प्रदूषण, इन बीमारियां का खतरा