लखनऊ : प्रदेश में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी है. मंकीपॉक्स को लेकर लोगों के मन में तमाम तरह के सवाल हैं. जानकारों का कहना है कि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखें तो तुरंत सतर्क हो जाएं. खुद को आइसोलेट कर लें और जांच भी तुरंत कराएं. संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र सरकार से जारी की गई एडवाइजरी को सभी 75 जिलों में भेज दिया गया है. कोविड अस्पताल में 10 बेड मंकीपॉक्स के लिए रिजर्व करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा लक्षण मिलने पर 21 दिन के आइसोलेशन और ट्रिपल लेयर मास्क की भी हिदायत दी गई है.
सिविल अस्पताल के फिजिशियन डॉ. आनंद कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि चिकनपॉक्स का टीका फिलहाल नहीं लग रहा है. जब से कोविड शुरू हुआ उसके बाद से बच्चों का टीकाकरण बंद था. उन्होंने बताया कि मंकीपॉक्स, स्मॉलपॉक्स और चिकनपॉक्स में कोई खास अंतर नहीं है. यह सभी आर्थोपॉक्स फैमिली के हैं, लेकिन इनके असर अलग-अलग हो सकते हैं. इनमें सबसे अहम बात यह है कि मंकीपॉक्स में दाने या चकत्ते पड़ते हैं. वह पहले चेहरे पर नजर आते हैं. स्मॉलपॉक्स या चिकनपॉक्स के केस में दाने और पेट या पीठ के हिस्से में पहले आते हैं. इसके अलावा दोनों के इनक्यूबेशन पीरियड में भी फर्क है. मंकीपॉक्स के लक्षण 7 से 14 दिन बाद ही दिखाई पड़ते हैं, इसलिए इसको लेकर अलर्ट होने की जरूरत है.