लखनऊ: सीबीआई ने शुक्रवार को उत्तर रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक मिश्रा के कार्यालय और घर में छापेमारी की. छापेमारी में आलोक समेत 3 लोगों को ठेकेदार से घूस लेने के मामले में गिरफ्तार करते हुए 32 लाख रुपये बरामद किए हैं. आरोप है कि आलोक मिश्रा ने बिल का पेमेंट करने के एवज में 80 हजार रुपये घूस ली थी.
सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, उत्तर रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक मिश्रा, अविनाश मिश्रा व मंजीत सिंह समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. आरोप था कि सरकारी अधिकारी ने एक दलाल के माध्यम से ठेकेदार से 70 लाख रुपये की बिल पास करवाने के बदले 80 हजार रुपये की घूस मांगी थी. सीबीआई ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जाल बिछा कर घूस मांगने वाले अधिकारी व दलाल को गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद आलोक मिश्रा के कार्यालय और घर पर शुक्रवार को छापेमारी की. जिसमें सीबीआई को छापेमारी के दौरान 32 लाख 10 हजार रुपये बरामद हुए हैं.
छापेमारी के समय बैठक कर रहे थे रेलवे अधिकारी :शुक्रवार सुबह करीब 11:45 बजे दिल्ली की सीबीआई टीम आलमबाग स्थित कैरिज व वैगन वर्कशाॅप के ठीक बगल में स्टोर डिपो पर पहुंची. जिस समय छापेमारी हुई उस समय आलोक मिश्र नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव अभिषेक वाजपेयी सहित कई पदाधिकारी व कर्मचारियों के साथ बैठक कर रहे थे.
80 हजार की घूस लेने वाले रेलवे अधिकारी को सीबीआई ने किया गिरफ्तार - नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन
सीबीआई ने आलमबाग स्थित कैरिज व वैगन वर्कशाॅप के ठीक बगल में स्टोर डिपो पर छापेमारी की. छापेमारी के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. उत्तर रेलवे के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक मिश्रा पर 80 हजार रुपये घूस लेने का आरोप लगाया है.
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3 महीने पहले ही स्टोर में हुए थे तैनात: रेलवे अधिकारी आलोक मिश्र की आलमबाग स्थित कैरिज वर्कशाॅप के पास स्थित स्टोर में 3 महीने पहले 27 मार्च को तैनाती हुई थी. इससे पहले वह करीब डेढ़ महीने चारबाग स्थित मंडल रेल अस्पताल में तैनात थे. अस्पताल से पहले आलोक आधुनिक रेल कोच फैक्ट्री रायबरेली में भी तैनात रह चुके हैं.
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