लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से बुधवार को इसके संबंध में आदेश जारी किए गए. आदेश में साफ किया गया है कि अगर बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं कराई जाती है तो अगस्त के वेतन में कटौती होगी.
बता दें, राजभवन की तरफ से बीते दिनों बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाने के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए गए थे. उसी के अनुपालन में यह कार्रवाई की गई है.
Lucknow University में बायोमैट्रिक अटेंडेंस हुई अनिवार्य लखनऊ विश्वविद्यालय में 426 टीचिंग फैकल्टी और 1927 नॉन टीचिंग फैकल्टी कार्यरत हैं. नॉन टीचिंग स्टॉफ की उपस्थिति दर्ज करने की विश्वविद्यालय में व्यवस्था थी लेकिन अभी तक टीचिंग फैकेल्टी के लिए उपस्थिति दर्ज कराने की कोई सुचारू व्यवस्था नहीं थी. इनकी कहीं कोई उपस्थिति दर्ज नहीं होती थी, जिसके चलते आमतौर पर क्लासेस न होने की शिकायत आती रही हैं. बीते दिनों राजभवन की तरफ से सिर्फ लखनऊ विश्वविद्यालय ही नहीं प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति जारी किए जाने के निर्देश दिए गए थे.
इसे भी पढ़ेंःयूपी में प्राइवेट पब्लिकेशंस की 300 करोड़ की किताबें बेचने में लगा शिक्षा विभाग, खरीदने का बना रहे दबाव विभागों में लगी मशीनउपस्थिति दर्ज कराए जाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से सभी विभागों में बायोमेट्रिक मशीन लगा दी गई है. कर्मचारियों की 8 घंटे की ड्यूटी सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक निर्धारित है. लेकिन शिक्षकों के लिए इस समय का निर्धारण अभी तक नहीं किया गया है. जानकारों की माने तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि शिक्षकों को कितने घंटे का काम दिखाना होगा.
शिक्षकों में है नाराजगी लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी किए गए, इस आदेश को लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी भी है. शिक्षकों का कहना है कि उनका समय निर्धारित नहीं किया जा सकता. क्लास में उनके द्वारा छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने से ही उनकी उपस्थिति भी सुनिश्चित हो जाती है.