लखनऊ : योगी सरकार ने प्रदेश की सड़कों को गड्डा मुक्त करने के आदेश दिए हैं. सड़कों के गड्डे भरने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है. लखनऊ हरदोई राजमार्ग (Lucknow Hardoi highway) और मलिहाबाद से माल जाने वाले मार्ग पर गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. गड्ढों के कारण सड़क हादसों में लोग अपनी जान गंवाने के साथ ही घायल भी हो चुके हैं. इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन (दशहरी) के प्रदेश अध्य्क्ष ने लखनऊ हरदोई राजमार्ग पर शनिवार को गड्ढों में पौधे रोप दिए थे.
काकोरी पुल से नीचे उतरते ही सड़क पर गहरे गड्ढे हैं. उसके बाद आम्रपाली वाटरपार्क से लेकर रहीमाबाद तक बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिसकी वजह से अक्सर दोपहिया वाहन हादसों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन इस समस्या को अनदेखा कर प्रशासन मौन है. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है. फिलहाल प्रदेश सरकार की ओर से 15 नवम्बर तक गड्ढे भरने की समय सीमा दी गई है. हाईवे पर कई जगह जम्पिंग की समस्या है. सड़कों पर दरारें पड़ गई हैं. बता दें कि पूर्व में दो रोडवेज बसें आपस मे टकरा गई थीं, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
स्थानीय नागरिक नौशाद खान, राजेन्द्र सिंह, फाजिल, ज्ञान सिंह व राहगीर अहसन हनीफ व इमरान अली कई लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि इन गड्ढों से कई बार हादसे हो चुके हैं. इन गड्ढों की वजह से बड़े वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं, जिससे हादसा हो जाता है. आए दिन कोई न कोई मोटरसाइकिल या तीन पहिया वाहन इन गड्ढों में जाकर पलट जाते हैं. स्थानीय नागरिकों ने बताया कि कई बार हम सभी ने मिलकर इन बड़े और गहरे गड्ढों में मिट्टी और मलबा डाला था, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से गड्ढे खुल जाते हैं.
ग्रामीण अमित, राहुल, सगीर से बात की गई तो बताया कि किसान नेताओं द्वारा बहुत अच्छा काम किया गया है. इन गड्ढों में गिरकर कई लोगों की जान जा चुकी है और कई गंभीर घायल हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अपनी आंख मूंद कर तमाशा देख रहे हैं. हर बार गड्ढे भर कर छोड़ दिया जाता है और कुछ ही महीनों में फिर से गड्ढे हो जाते हैं. जिम्मेदार प्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. सड़क की वैकल्पिक व्यवस्था न करके समस्या का समाधान ही करा देना चाहिए, लखनऊ हरदोई राजमार्ग का फिर से डामरीकरण करा देना चाहिए.