लखनऊ:बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ कर दिया है कि दाखिले प्रवेश परीक्षा से ही होंगे. इसका फार्मूला क्या होगा और किस तरीके से परीक्षा कराई जाएगी, इस पर अभी मंथन चल रहा है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अक्टूबर में नए शैक्षिक सत्र को शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसको आधार बनाकर बीबीएयू प्रशासन दाखिले के कार्यक्रम पर मंथन कर रहा है.
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया:
- अगस्त के पहले- दूसरे सप्ताह में आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी.
- आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे.
- आवेदन के लिए 30 से 45 दिन का समय मिल सकता है.
- सितंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में प्रवेश परीक्षा होने की उम्मीद है.
बीबीएयू के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते दाखिले की प्रक्रिया में काफी देरी हुई है. लेकिन, विश्वविद्यालय के स्तर पर पहले ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी. ऐसे में ज्यादा परेशानी नहीं होनी है. फिलहाल, प्रवेश परीक्षा के मॉडल पर मंथन किया जा रहा है. एक फार्मूला यह भी है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा सके. अभी तक इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है.
बीबीएयू की ओर से स्नातक से लेकर पीएचडी तक के लिए आवेदन लिए जाते हैं. पिछले वर्षों में यह प्रक्रिया अप्रैल माह में शुरू हो जाती थी, ऐसे में जुलाई तक सारे प्रवेश पूरे हो जाते. मौजूदा सत्र में महामारी के चलते इस प्रक्रिया को शुरू करने में देरी हुई है. विश्वविद्यालय में यूजी पीजी पीएचडी समेत सभी अन्य पाठ्यक्रमों की करीब 32 सौ सीटें हैं. 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देते हुए यह संख्या करीब 35 सौ के आसपास पहुंचती है. यह ब्योरा सत्र 2019-20 का है. ऐसे में सत्र 2021-22 के लिए होने वाले दाखिलों के समय सीट की संख्या में परिवर्तन देखने को मिल सकता है.