लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. आर के धीमन ने बुधवार को न्यूरोसर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स, ट्रॉमा सर्जरी , ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जरी और फिजिकल मेडिसिन रिहैबिलिटेशन विभागों की ओपीडी को एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के परिसर में ही एपेक्स ट्रॉमा सेंटर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है.साथ ही इमरजेंसी, ट्रॉमा आईसीयू और ट्रॉमा वार्ड में पेशेंट बेड की संख्या 34 से बढ़ाकर 60 कर दी गयी है.
विशिष्टताओं की ओपीडी (न्यूरोसर्जरी, हड्डी रोग, ट्रॉमा सर्जरी, ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जरी और फिजिकल मेडिसिन रिहैबिलिटेशन) को बुधवार को एटीसी के परिसर के भीतर एटीसी ओपीडी कॉम्प्लेक्स में फिर से शुरू किया गया है.
प्रो. राज कुमार, प्रमुख, एटीसी और प्रमुख, न्यूरोसर्जरी विभाग ने इस कॉम्प्लेक्स का फिर से उद्घाटन किया.साथ ही 33 वर्षीय रोगी अरुण कुमार ने इसका औपचारिक रिबन काटा. इस अवसर पर एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के सभी संकाय सदस्य और कर्मचारी उपस्थित थे.
प्रमुख, एपेक्स ट्रॉमा सेंटर ने 4 मई से एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में कार्यात्मक बिस्तरों की संख्या 34 से बढ़ाकर 60 करने की आधिकारिक घोषणा की है. कार्यक्रम का आयोजन डॉ. आर. हर्षवर्धन, प्रमुख, अस्पताल प्रशासन विभाग, द्वारा एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के स्टाफ व नियंत्रण कक्ष के सहयोग से किया गया.
किसी भी मरीज के साथ न करें भेदभाव : डिप्टी सीएम
बृजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू में दूरदराज से गंभीर मरीज आते है. मरीजों का दर्द दूर करना डॉक्टर व कर्मचारियों का धर्म होता है. इसमें गरीबी व अमीरी का भेदभाव नहीं बरता जाता. वीआईपी और सामान्य का भेद न किया जाए. परेशान हाल में आए मरीजों के दुख और दर्द को तत्परता से दूर कर इलाज करना यही मानवता की सेवा है. ईश्वर ने मानवता की सेवा करने का अवसर आप सभी को प्रदान किया है. इसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाएं.