लखनऊ: यूपी में विधायक दल का नेता चुनने की औपचारिकता को पूरा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. भारतीय जनता पार्टी ने जिन चार राज्यों में जीत हासिल की है. उन सभी के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं. इसमें उत्तर प्रदेश के लिए अमित शाह और रघुवर दास जैसे कद्दावर नेताओं को चुना गया है. वैसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही उत्तर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता होंगे.
विधायक दल का नेता चुनना राज्य में जीत के बाद की पहली औपचारिकता होती है. इसके बाद में सरकार गठन को हरी झंडी मिलती है. 2017 में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर (वर्तमान में उपराष्ट्रपति) वेंकैया नायडू को भारतीय जनता पार्टी ने भेजा था. तब भाजपा विधायक दल के नेता को लेकर उत्सुकता बहुत अधिक थी क्योंकि भाजपा ने अपना मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं चुना था. ऐसे में मुख्य रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का नाम विधायक दल के नेता के तौर पर चल रहा था. मगर विधायक दल के नेता का चुनाव जिस दिन होना था, उस दिन सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष विमान भेजकर गोरखपुर से दिल्ली बुलाया गया था.
यूपी में विधायक दल का नेता चुनने के लिए अमित शाह और रघुवर दास बनाए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक
यूपी में विधायक दल का नेता चुनने के लिए भाजपा ने गृह मंत्री अमित शाह को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. उनके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास को भी पर्यवेक्षक बनाया है.
इसके बाद में यह तय हो गया था कि वो ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. इस बार परिस्थितियां बदल गई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही विधायक दल के नेता बनेंगे. भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार की शाम केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास को यह जिम्मेदारी दी. माना जा रहा है कि विधायक दल की बैठक बहुत जल्द ही लखनऊ में होगी. इस दौरान दोनों वरिष्ठ नेता राजधानी में ही मौजूद होंगे और यह औपचारिकता पूरी की जाएगी.
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