लखनऊ: केंद्र सरकार की सेना में अग्निपथ योजना का विरोध समूचे भारत में हो रहा है, जिसका असर यूपी में भी देखने को मिला है. बलिया, वाराणसी, अलीगढ़ और जौनपुर में सबसे अधिक हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला है. एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया है कि अब तक यूपी के 20 जिलों में 64 एफआईआर दर्ज हुई है. जिसमें 1120 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी हैं.
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे उपद्रव में पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है. उनके मुताबिक, प्रदेश के 20 जिलों में 64 एफआईआर दर्ज हुई है. वहीं, अब तक 1120 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. उन्होंने बताया कि फिरोजाबाद, नोएडा, गोरखपुर, मैनपुरी, संतकबीरनगर, फिरोजाबाद, अयोध्या में 1-1 एफआईआर दर्ज की गई है. बलिया, आगरा, हरदोई, गाजीपुर में 2-2, देवरिया में 3, मिर्जापुर और मथुरा में 5-5 एफआईआर, अलीगढ़ में 6, चंदौली में 7, वाराणसी में 9 एफआईआर अब तक दर्ज हुई है. सबसे ज्यादा जौनपुर में 11 एफआईआर दर्ज की गई.
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अग्निपथ विवाद: अब तक 64 FIR दर्ज, 1120 उपद्रवी गिरफ्तार - उत्तर प्रदेश पुलिस
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया है कि अब तक यूपी के 20 जिलों में 64 एफआईआर दर्ज हुई है. जिसमें 1120 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अराजकता करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
छात्रों के सहारे राजनीतिक तत्वों ने फैलाई अराजकता: एडीजी
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया था कि अग्निवीर योजना के विरोध में किये जा रहे प्रदर्शनों में जब तक प्रतियोगी छात्रों की सहभागिता रही तब तक पुलिस द्वारा संवेदनशील रूप से प्रदर्शनकारियों के साथ व्यवहार किया गया लेकिन जब इन प्रदर्शनों में असामाजिक तत्वों और पॉलिटिकल एलिमेंन्ट्स ने कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए घुसपैठ की व कुछ स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन किया तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं.
तोड़-फोड़ करने वालों से होगी वसूली
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अराजकता करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. प्रदर्शनों के दौरान यदि सार्वजनिक और निजी सम्पत्ति की हानि होती है तो उसकी वसूली वैधानिक रूप से ऐसे अराजक तत्वों से की जायेगी.
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