लखनऊ : राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में शुक्रवार को 37 डेंगू मरीज (37 dengue patients) मिले. इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के तहत अलीगंज, आलमबाग, इन्दिरानगर, काकोरी, एनके रोड, सिल्वर जुबली, टूड़ियागंज में केस पाए गए. शुक्रवार को लगभग 1620 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने कुल 16 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया.
राजधानी में मिले 37 डेंगू मरीज, 16 घरों को स्वास्थ्य विभाग का नोटिस
राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में शुक्रवार को 37 डेंगू मरीज (37 dengue patients) मिले. इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के तहत अलीगंज, आलमबाग, इन्दिरानगर, काकोरी, एनके रोड, सिल्वर जुबली, टूड़ियागंज में केस पाए गए. शुक्रवार को लगभग 1620 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया.
सीएमओ ऑफिस के प्रवक्ता डॉ. योगेश रघुवंशी के अनुसार इस वर्ष जनवरी से अब तक 440 डेंगू के केसेज रिपोर्ट किए गए हैं. इसमें मृत्यु की संख्या शून्य है. पिछले वर्ष जनवरी से दिसम्बर तक कुल 1978 डेंगू केस रिपोर्ट किये गये थे और मृत्यु की संख्या शून्य थी. शुक्रवार को कार्यालय जिला अधिकारी कलेक्ट्रेट, बलरामपुर चिकित्सालय, लोकबन्धु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय, टीबी सह संयुक्त चिकित्सालय, रानी लक्ष्मी बाई संयुक्त चिकित्सालय, वीरांगना अवन्ती बाई महिला चिकित्सालय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय, वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय, राम सागर मिश्र 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय लखनऊ में एंटी लार्वा रसायन का छिड़काव कराया गया.
यह भी पढ़ें : लोकबंधु अस्पताल में जल्द मिलेंगी यह सुविधाएं, मरीजों को मिलेगी राहत
डेंगू रोग के प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ के निर्देशानुसार नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीम ने अलीगंज, आलमबाग, इन्दिरानगर, काकोरी, हजरतगंज, चौक, टूड़ियागंज के विभिन्न वार्डों के आस-पास के क्षेत्रों का भ्रमण किया गया. भ्रमण के दौरान क्षेत्रीय लोगों को घर के आस-पास पानी जमा न होने, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढककर रखने, हर सप्ताह कूलर के पानी को खाली करके साफ़ कपड़े से पोछकर सूखा एवं साफ़ करने के बाद ही दोबारा प्रयोग में लाने, पूरी बांह के कपड़े पहनने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने, मच्छर रोधी क्रीम लगाने एवं मच्छरदानी में रहने तथा डेंगू एवं मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये “क्या करें, क्या न करें” सम्बंधित स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गयी.
यह भी पढ़ें : लखनऊ विश्वविद्यालय के डिग्री कॉलेज नैक कराने को तैयार नहीं, राजभवन को पत्र लिखने की तैयारी में