लखनऊ:यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सरकारी योजनाओं के 15 करोड़ लाभार्थियों के जरिये भाजपा नैया पार लगाना चाहती है. सरकारी योजनाओं के उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ लाभार्थी हैं. इनमें से करीब साढ़े सात करोड़ मतदाता हैं. भाजपा रणनीति बना रही है कि अगर इनमें से आधे लोग भी भाजपा को वोट दें, तो जीत पक्की है.
इसीलिए भाजपा ने अब अपने प्रदेश मुख्यालय में एक कॉल सेंटर बनाया गया है. यहां योजनाओं के लाभार्थियों का पूरा डेटा उपलब्ध है और इस डेटा के जरिये भाजपा लोगों से सम्पर्क करके उनको इस बात की जानकारी दे रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही उनको योजनाओं का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा योजनाओं का लाभ मिलने में अगर कोई दिक्कत है, तो उनकी मदद की जा रही है.
मुफ्त राशन वितरण के जरिये प्रदेश में करीब 15 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. इसमें केंद्र सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी अन्न, रिफाइंड ऑयल, चना और नमक का वितरण राशन कार्डधारकों को कर रही है. बीजेपी को इसके सकारात्मक परिणाम भी नजर आ रहे हैं.
किसान सम्मान निधि के तहत छह हजार रुपये सालाना किसानों को दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में करीब दो करोड़ किसानों को इसका लाभ मिल रहा है. मुफ्त बिजली और गैस कनेक्शन भी उत्तर प्रदेश में करीब दो करोड़ परिवारों को दिये गये हैं. ये लाभ सौभाग्य और उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए हैं.
प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय योजना का लाभ भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मिला था. भाजपा इस बार भी इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहती है. यह योजना भी लगभग डेढ़ करोड़ परिवारों तक पहुंची है.