कानपुर : खानकाह फैजिया मजीदिया के गुरु सूफी मो. कौसर हसन मजीदी ने डीसीपी दक्षिण को पत्र देकर कहा है कि पाकिस्तानी आतंकवादी व्हाटसएप ग्रुप के जरिए भारत के लोगों के सम्पर्क में है. उन्होंने अपने पत्र के साथ कानपुर पुलिस को मोबाइल फोन नंबरों की एक लिस्ट भी सौंपी है, जिसमें उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों से जुड़े मोबाइल नंबर शामिल हैं. इसमें कुछ मोबाइल नंबर कानपुर के रहने वाले लोगों के भी हैं. मो. कौसर हसन मजीदी के मुताबिक पाकिस्तानी आतंकी अपनी विचारधारा को धार्मिक रूप देकर भारतीय नौजवानों का ब्रेनवॉश कर उन्हें कट्टरपंथी बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही सूफी मो. कौसर हसन मजीदी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है.
आपको बता दें कि आतंकी संगठन भारत में नए सिरे से आतंक फैलाने की साजिशों को अंजाम देने की कोशिश देने में जुटे हुए हैं. इसी को लेकर सूफी इस्लामिक बोर्ड के प्रवक्ता सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने मंगलवार को कानपुर नगर की डीसीपी साउथ रवीना त्यागी को पत्र देकर पूरे मामले की जांच की मांग की.
मजीदी ने मुताबिक आतंकी खादम रजवी आसिफ अशरफ जलाली और सअद रिजवी की दावत-ए-इस्लामी संगठन की ओर से पाकिस्तान में गजवा-ए-हिंद आंदोलन चलाया जा रहा है और 'द डॉक्टर जलाली ऑफिशियल' नाम से बनाये गए व्हाट्सएप ग्रुप से पाकिस्तानी आतंकी अब इस विचारधारा को धार्मिक रूप देकर फैलाने भारत में का प्रयास कर रहे हैं. आतंकी युवाओं का ब्रेनवॉश करके उन्हें कट्टरपंथ की ओर मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. इस ग्रुप्स में आतंक के लिए लोगों को प्रेरित करने और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला साहित्य और भड़काऊ कंटेंट परोसा जा रहा है.
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस तरह के एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों व्हाट्सएप ग्रुप पूरे भारत में सक्रिय हैं. पाकिस्तान ने भारत में डिजिटली आतंक से दहशत फैलाने का खेल शुरू कर दिया है. कई ऐसे मोबाइल नंबर्स की लिस्ट मिली है, जो पाकिस्तान के आतंकियों के ग्रुप से जुड़े हुए हैं.