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कानपुर वन विभाग तेंदुआ पकड़ने में नाकाम, ड्रोन से की जा रही निगरानी - kanpur leopard news hindi

कानपुर में तेंदुआ पकड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कानपुर वन विभाग तेंदुए (Leopard in Kanpur) की तलाश तेज कर दी है. तेंदुए को गंगा के किनारे स्थित क्षेत्रों में घूमता देखा गया था.

drone in leopard search in kanpur
drone in leopard search in kanpur

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Published : Nov 30, 2021, 8:25 PM IST

कानपुर:महानगर में तेंदुए का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. तेंदुए को दिखने के 3 दिन बाद भी नहीं पकड़ा जा सका है. तेंदुए के मूवमेंट की जानकारी लगातार मिल रही है. कभी तेंदुआ कॉलेज, तो कभी स्कूल में दिख रहा है. उसको गंगा के किनारे स्थित क्षेत्रों में घूमता पाया गया था. अभी तक कानपुर वन विभाग की टीम उसको नहीं पकड़ पाई है. उसके पद चिन्ह कई जगह मिले हैं. कानपुर में तेंदुआ पकड़ने के लिए अब ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

इसके अलावा उसने अब तक तीन कुत्तों को भी अपना शिकार बनाया है. इनके अवशेष भी वन विभाग की टीम को मिले हैं. कानपुर वन विभाग की टीम अब भी लगातार कांबिंग कर तेंदुए को पकड़ने में जुटी है. कानपुर में तेंदुए का आतंक शनिवार की रात से बरकरार है. कानपुर वीएसएसडी कॉलेज नवाबगंज में तेंदुआ टहलता देखा गया था.

सीसीटीवी कैमरों के वीडियो में तेंदुए को देखा गया था. तेंदुआ वीएसएसडी कॉलेज नवाबगंज के परिसर में काफी देर टहलने के बाद पीछे जंगल में घुस गया था. वन विभाग की टीम ने सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद कॉलेज परिसर व पास के जंगल में सर्च अभियान चलाया था, लेकिन तेंदुआ उनके हाथ नहीं लगा.

ऐहतियात के तौर पर मंगलवार को कॉलेज की छुट्टी कर दी गई है. वंही हॉस्टल में रह रहे छात्रों के रात में बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई. मंगलवार को भी वन विभाग की टीम कालेज पहुंची और तेंदुए को ढूंढने का अभियान चलाया. एडीएम सिटी अतुल कुमार ने बताया की वन विभाग की टीम के साथ पुलिस प्रशासन मुस्तैद है. तेंदुआ जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.

वीएसएसडी कॉलेज के कैम्पस में तेंदुए को पकड़ने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है. मंगलवार को चिड़ियाघर के डॉ. नासिर और वन विभाग की टीम ने कैम्पस में कॉम्बिंग की. साथ ही कैम्पस में 10 इंफ्रारेड कैमरे भी लगाए गए. वीएसएसडी कॉलेज कैम्पस में तेंदुए को लेकर अलर्ट हैं. उसे पकड़ने के लिए वन विभाग और चिड़ियाघर की टीमें लगी हैं. टीम ने दो पिंजड़े लगा रखे हैं. केमिस्ट्री हॉल के पास रखे एक पिंजड़े में तेंदुए के शिकार को जिंदा बकरी रखी गई, जो मंगलवार को मृत पाई गई.

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चिड़ियाघर के डॉक्टरों के मुताबिक, बकरी की सर्दी के कारण निमोनिया होने से मौत हो गई. वहीं पीलीभीत से आए 10 इंफ्रारेड कैमरों को भी कैम्पस में लगाया गया, जो जरा सी हलचल होने पर एक्टिव हो जाएंगे. वन विभाग के एलएस कछवाहा के मुताबिक, जब तक तेंदुए के बाहर जाने के प्रमाण नहीं मिलते तब तक हम उसे कैम्पस के अंदर ही मानेंगे और खोजबीन जारी रहेगी.

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