कानपुर देहात:जिले में दिल को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है, जहां दूध के रुपये न चुका पाने पर श्रमिक ने फांसी लगाकर जान दे दी. दरअसल, मजदूर अपने 4 माह के बच्चे के लिए दूधिया से दूध खरीदता था, लेकिन इस दौरान पैसे की कमी के चलते वह रुपये नहीं दे पा रहा था. वहीं मजदूर तगादा करने से भी काफी परेशान हो गया था. मजदूर रक्षाबंधन पर घर से यह कहकर निकला था कि रुपयों का इंतजाम करके ही लौटेगा. इसके बाद गुरुवार को खेत पर उसका शव लटकता मिला. वहीं पुलिस मजदूर को मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की बात कह रही है.
मजदूरी कर चलाता था घर
ग्रामीणों ने बताया कि पत्नी सुदीपा और चार माह के बेटे के साथ अरुण गांव में रहकर मजदूरी करके परिवार पाल रहा था. वह बच्चे के लिए दूध लेता था, जिसका एक हजार रुपये बकाया हो गया था. रक्षाबंधन से पहले दूधिया ने तगादा किया था. वह रक्षाबंधन के दिन रुपयों का इंतजाम करने की बात कहकर घर से निकला था. वहीं गुरुवार को शव उसके खेत में पेड़ से लटकता मिला. जानकारी पर अरुण की पत्नी मौके पर पहुंची तो शव देखकर उसके होश उड़ गए. घटना पर पामा चौकी के दारोगा चंद्रभूषण सिंह भदौरिया ने बताया कि अरुण मानसिक रूप से अस्वस्थ था. वह हर छोटी बात को गंभीरता से लेकर परेशान हो जाता था.