गोरखपुर. होली के दिन दशकों से निकाली जा रही नरसिंह भगवान की शोभायात्रा और होलिकोत्सव के पर्व को मनाने को लेकर शहर के लोगों में खासा उत्साह और उमंग दिखाई दे रहा है. यह परंपरा 78 साल पहले से गोरखपुर में आरएसएस ने शुरू कराया जो मौजूदा समय में काफी भव्यता के साथ आगे बढ़ती जा रही है.
इस शोभायात्रा की खास बात यह है कि इसकी अगुवाई 1985 से गोरक्ष पीठाधीश्वर करते चले आ रहे हैं जिसमें पिछले 24 वर्षों से बतौर पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ शामिल हो रहे हैं. इस बार यह शोभायात्रा 19 मार्च को निकाली जाएगी जिसमें शामिल होने की सहमति सीएम योगी ने आयोजन समिति के लोगों को मुलाकात के बाद दी है.
वर्ष 1944 से शुरू हुई भगवान नरसिंह की शोभायात्रा का यह क्रम लगातार भव्यता के साथ आगे बढ़ रहा है. खास बात यह है कि आयोजन अब यह सांप्रदायिक सौहार्द की भी मिसाल बनता जा रहा है. शोभायात्रा के मार्ग में 50 प्रतिशत आबादी मुस्लिम समाज की होती है लेकिन यह लोग भी इस पर्व में पूरे उत्साह के साथ शामिल होते हैं. फूलों की वर्षा करते हैं और अबीर गुलाल उड़ाते हैं.
सुबह 9:00 बजे संघ अपनी शाखा लगाने की बाद शोभायात्रा की शुरुआत करता है जिसमें संघ के बड़े-बड़े पदाधिकारी शामिल होते हैं. योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में अपने साधु-संतों से तिलक कराने के बाद इसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर जब रथ पर सवार होकर आगे बढ़ते हैं. अबीर गुलाल खेलते हुए शोभायात्रा की अगुवाई करते हैं. इस दौरान वहां मौजूद हजारों लोगों का उत्साह दोगुना हो जाता है. इस बार यह उत्साह और भी बढ़ा हुआ है. पिछले वर्ष कोरोना की वजह से योगी आदित्यनाथ इस शोभायात्रा में शामिल नहीं हो पाए थे.