गोरखपुर: उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद अपनी 'कर्मभूमि' गोरखपुर में अब बहुत समय तक उपेक्षित नहीं रहेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद जिला प्रशासन प्रेमचंद पार्क में उनके साहित्य संसार को संजोने के लिए करीब 5 करोड़ रुपए खर्च करेगी.
डीएम के अनुसार जिला प्रशासन और जीडीए मिलकर प्रेमचंद पार्क के जीर्णोद्धार की योजना बना चुके हैं. यह सीएम की विशेष प्राथमिकता में है. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद प्रशासन इसका खाका तैयार करने में जुटा है. प्रस्तावित बजट से पार्क के मुख्य गेट पर स्थित प्रेमचंद की प्रतिमा को भव्य रूप दिया जाएगा. साथ ही निशानी के तौर पर मौजूद उनके भवन के कमरों की दशा भी बदली जाएगी.
बदहाल हुआ प्रेमचंद पार्क
मौजूदा समय में प्रेमचंद पार्क जिस हालत में नजर आता है उसको सुंदर रूप प्रदेश के पूर्व सीएम वीर बहादुर सिंह के कार्यकाल में मिला था, लेकिन उसके बाद यह लगातार उपेक्षित होता चला गया. जिसकी बानगी पार्क में मौजूद बदहाल हो चुके संसाधन बयां कर रहे हैं. यहां लगी प्रेमचंद की प्रतिमा के अनावरण में उनकी पत्नी शिवरानी देवी आई थी.