गोरखपुर: आजादी के अमृत महोत्सव में योगी सरकार प्रदेश में करीब 55 लाख निर्माण श्रमिकों को स्वास्थ्य सुविधा की सौगात देने जा रही है. श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अनुसार 5 लाख तक की स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा प्रदान की जाएगी. इसके तहत उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे. इस कार्ड के बनाने का विशेष अभियान 25 जुलाई से शुरू होने जा रहा है और 14 अगस्त तक चलेगा. 11 अगस्त से कार्ड वितरित किए जाएंगे. सरकार की इस पहल से गोरखपुर-बस्ती मंडल में करीब 3 लाख 98 हजार श्रमिक लाभान्वित होंगे.
जानकारी देते उप श्रामयुक्त गोरखपुर मंडल एके मिश्रा श्रमिकों को मिलेगी स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा: गोरखपुर-बस्ती मंडल में योजना के लाभार्थियों के श्रमिक परिवारों की संख्या 3 लाख 97 हजार 998 है. इसके तहत श्रमिकों की संख्या गोरखपुर में 66 हजार 273 है. इसमें श्रमिक परिवारों की संख्या 54 हजार 867 हैं. इसी प्रकार महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर और संत कबीर नगर जिले में श्रमिक और श्रमिक परिवारों को मिलाकर कुल 3 लाख 98 हजार संख्या होगी. सैनिकों के गोल्डन कार्ड बनाने के संबंध में गोरखपुर मंडल के उप श्रामायुक्त एके मिश्र ने ईटीवी भारत को बताया कि इस योजना के सफल संचालन के लिए पहले से ही निर्माण श्रमिकों के रिकॉर्ड एकत्रित कर लिए हैं. उनके पते और श्रमिक बाजार के हिसाब से विभाग के इंस्पेक्टर और अन्य कर्मचारी मिलकर गोल्डन कार्ड श्रमिकों का बनवायेंगे.
एके मिश्र ने कहा कि इस योजना से अब श्रमिकों को अपने और परिवार में किसी के भी स्वास्थ्य की चिन्ता नहीं करनी होगी. श्रमिकों के कल्याण के लिए यूपी सरकार ने अपना खजाना खोल रखा है. बताया जा रहा है कि वर्ष 2022-2023 में यूपी भवन और सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की तरफ से विभिन्न श्रमिक कल्याण योजनाओं के लिए 307 करोड़ की धनराशि अंतरित की जा चुकी है.
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इस योजना के तहत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के गोल्डन कार्ड बनाने में किसी तरह की असुविधा नहीं होगी. इसके लिए यह कार्ड सभी जन सेवा केंद्र (सीएससी) पर भी बनाए जाएंगे. इसमें आरोग्य मित्र भी अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे. इसके साथ ही सीएससी के रूप में अपग्रेड किये गये राशन कोटेदार भी गोल्डन कार्ड बना सकेंगे. यह कार्ड 25 जुलाई से 14 अगस्त तक बनाए जायेंगे. पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों के जीवन में स्वास्थ्य सुरक्षा के जरिए गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रदेश में 54 लाख 91 हजार 44 श्रमिकों के गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. श्रमिक परिवार के रूप में यह संख्या 38 लाख 30 हजार 32 होगी. गोल्डन कार्ड बनाने के लिए यह अभियान शुरू करने से पहले ब्लॉकवार पात्रों की सूची श्रमिक कल्याण बोर्ड को पहले ही उपल्ब्ध करा दी गई है.
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