गोरखपुर: जिले की प्रमुख नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं, जिससे तटबंधों और नदी किनारे के करीब 56 गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. राप्ती, सरयू और रोहिन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. भारी बारिश जहां इसकी प्रमुख वजह बनी हुई है, वहीं नेपाल से छोड़ा जाने वाला पानी भी नदियों के जलस्तर को बढ़ा दिया है.
गोरखपुर: राप्ती-रोहिन खतरे के निशान के पार, 56 गांवों में आ सकती है बाढ़ - flood in rapti and rohin
प्रदेश भर में हो रही जोरदार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. गोरखपुर में राप्ती और रोहिन नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. बाढ़ की जद में 56 गांव आ सकते हैं. नेपाल से छोड़े गए पानी से भी बाढ़ आने की आशंका बढ़ गई है.
नदी के जलस्तर पर नजर डालें तो लगातार इसके वेग में तेजी देखी जा रही है. जो तराई क्षेत्र से अपने साथ पानी और गंदगी भी लेकर आगे की ओर बढ़ रही है. गोरखपुर में राप्ती नदी राजघाट पुल के पास बनाए गए सभी घाटों को अपने आगोश में ले चुकी है, तो वहीं अंत्येष्टि स्थल भी अब इसके जद में पूरी तरह से आ गया है. करीब 60 किलोमीटर आगे जाने के बाद यह सरयू नदी में मिल जाती है, जिसका जलस्तर भी खतरनाक रुख अख्तियार कर रहा है.
खबर के महत्वपूर्ण तथ्य
- राप्ती का जलस्तर बर्डघाट में 74.98 मीटर पहुंचा.
- राप्ती सदर तहसील के नौवा-डुमरी तटबंध पर कटान कर रही है.
- बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है.
- जिले में 6 मुख्य नदियां प्रवाहित होती हैं.
- छोटे-बड़े 66 बंधे इन नदियों को नियंत्रित करते हैं.
- सहजनवा, चौरी-चौरा और कैम्पियरगंज तहसील में खतरा.
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