गोरखपुर:गीता प्रेस में आगामी 4 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यक्रम को लेकर स्थल और आने-जाने वाले रास्तों का एडीजी जोन, डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र, कमिश्नर एसपी, सिटी एसपी क्राइम गीता प्रेस कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इससे पूर्व जिलाधिकारी विजय किरन आनंद राष्ट्रपति के आने की सूचना पर सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव के साथ कार्यक्रम स्थल व अन्य संसाधनों की व्यवस्थाओं का जायजा ले चुके हैं.
कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर गीता प्रेस के ट्रस्टी के साथ बैठक कर अधिकारियों ने राष्ट्रपति के आने वाले रूट व सर्किट हाउस का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. बैठक के दौरान राष्ट्रपति के सर्किट हाउस में रुकने और उनकी सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई. इसके साथ ही राष्ट्रपति के सड़क मार्ग से आवागमन को लेकर भी चर्चा की गई. राष्ट्रपति किस मार्ग से जा सकते हैं, वैकल्पिक मार्ग किसे बनाया जाए. कार्यक्रम के मिनट टू मिनट और कार्यक्रम में पत्रकारों, विशिष्ट अतिथियों के बैठने, पार्किंग स्थलों और सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा गया.
गीता प्रेस के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल और देवीदयाल, माधव जलान व लाल मणि तिवारी के साथ गीता प्रेस कार्यालय में बैठक हुई. कार्यक्रम के दौरान पार्किंग, स्थल रूट डायवर्जन, वीआईपी के आने का रूट, एयरपोर्ट से सर्किट हाउस, वहां से गीता प्रेस आने का रूट का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान राष्ट्रपति के आगमन के दौरान परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाएगी. जहां सुरक्षा व्यवस्था में आईजी रैंक के अधिकारी को लगाया जाएगा तो, वहीं आने- जाने वाले रास्तों पर पड़ने वाले मकानों की छत पर फोर्स निगरानी के लिए लगाई जाएगी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार जून को गोरखपुर आएंगे. दुनिया में श्रीमद्भगवद्गीता का प्रसार करने वाला गीता प्रेस अपने शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहा है. यह समारोह 14 अप्रैल से शुरू है. इसी समारोह का हिस्सा बनने राष्ट्रपति गोरखपुर आ रहे हैं. शाम पांच बजे आयोजित संगोष्ठी का वह बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा बनेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यक्रम में स्वागत के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं मौजूद रहेंगे. शताब्दी समारोह की शुरुआत 14 अप्रैल से पूजन अर्चन के साथ हो चुकी है. राष्ट्रपति की उपस्थिति में गोष्ठी का पहला बड़ा कार्यक्रम होगा, हालांकि इसका कोई विषय नहीं रखा गया है.