उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / city

गोरखपुर: 55 दिन पहले लापता हुए CRPF जवान का शव झाड़ियों में मिला - missing soldier dead body recovered

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले निवासी सीआरपीएफ जवान धर्मदेव पासवान का शव शुक्रवार को उनके गांव पहुंचा. 55 दिन से लापता जवान का शव उड़ीसा के रामगड़ा स्थित सीआरपीएफ के हेडक्वार्टर से 15 किमी की दूरी पर झाड़ियों में मिला.

etv bharat
सीआरपीएफ जवान धर्मदेव पासवान.

By

Published : Feb 28, 2020, 7:46 PM IST

गोरखपुर:जिले कीचौरी चौरा विधानसभा अंतर्गत गौनर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान का शव 55 दिन बाद बरामद हुआ है. शुक्रवार को जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर कई लोग मौजूद रहे. इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को गोरखपुर के राजघाट ले जाया गया, जहां शहीद जवान का अंतिम संस्कार किया गया.

सीआरपीएफ जवान धर्मदेव पासवान उड़ीसा में ड्यूटी के दौरान हेडक्वार्टर से गायब हो गए थे. 55 दिन बाद रामगड़ा स्थित सीआरपीएफ के हेडक्वार्टर से 15 किमी की दूरी पर जवान का शव झाड़ियों में मिला. नक्सलियों द्वारा जवान की हत्या करने की संभावना जताई जा रही है. शहीद का शव उनके गांव पहुंचते ही राजनीतिक दलों के साथ स्थानीय लोगों और शासन-प्रशासन के लोगों ने पीड़ित के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी.

सीआरपीएफ जवान का शव झाड़ियों से बरामद.

पीड़ित के परिजनों ने सीएम योगी से की मिलने की मांग
शहीद जवान की अंतिम यात्रा निकलने के दौरान भारत माता की जय के नारे लगाए गए. शहीद जवान के तीन बेटियां और एक बेटा है. शहीद जवान की पत्नी, बच्चों और स्थानीय लोगों ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवार से मिलने की मांग की है. लोगों ने पीड़ित परिवार को सहायता राशि और लड़के को नौकरी देने की मांग के साथ ही शहीद जवान धर्मदेव पासवान के नाम पर शहीद स्थल बनवाने की मांग की है.

शहीद की पत्नी ने दी जानकारी
शहीद जवान की पत्नी ने बताया कि अंतिम बार 29 दिसम्बर को फोन पर बात हुई थी. उसके बाद वहां से विभागीय लोगों का फोन आने के बाद मेरे परिवार के लोग उड़ीसा गए थे. लगातार जंगल में ढूढ़ा जा रहा था. लगभग 55 दिन बाद की सूचना आई. शहीद धर्मदेव मूलरूप से देवरिया के एकौना के पचौली वटलिया के निवासी थे. वह 1991 में सीआरपीएफ बटालियन बी कम्पनी रामगड़ा उड़ीसा में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए थे.

इसे भी पढ़ें-मेरठ: सपा नेता ने दूल्हे के साथ की जमकर हर्ष फायरिंग, वीडियो वायरल

मेरे पिता का शव उनके हेडक्वाटर से 15 किमी दूर झड़ियों में मिला था, जिसकी सूचना स्थानीय मीडियाकर्मियों ने दी थी. शव कंकाल के रूप में था, लेकिन मौके पर मिले आई कार्ड और अन्य साक्ष्य के आधार पर शव की शिनाख्त की गई. मेरी मांग है कि सीएम योगी आदित्यनाथ मेरे घर आएं और मेरे पिता को शहीद का दर्जा दिया जाए.
-रिंकी, शहीद जवान की बेटी

ABOUT THE AUTHOR

...view details